लॉकडाउन पार्ट- 3 के बीच बिना बैंड, बाजा व बारात की पूरी हुई शादी की रश्में
कोविड-19 के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क व अन्य बातों का भी पूरा ध्यान रखा गया. भीड़ नहीं जुटे, इसके लिए दोनों परिवार के सिर्फ पांच-पांच सदस्य ही पहुंचे थे. एक घंटे के अंदर पुरोहित ने शादी की सारी रश्में पूरी कर दी. सिंदूर दान हुआ. दूल्हा संतोष सिंह और दुल्हन अनिता सिंह की शादी संपन्न हुई. इसके तुरंत बाद नियम के मुताबिक दुल्हन विदा हुई.
जे कुंदन
हावड़ा : लॉकडाउन पार्ट-3 में बिना बैंड, बाजा व बारात के शादी की रश्में पूरी हुई. हिंदू रीति-रिवाज से जहां एक ओर विधिवत शादी हुई, वहीं कोविड-19 के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क व अन्य बातों का भी पूरा ध्यान रखा गया. भीड़ नहीं जुटे, इसके लिए दोनों परिवार के सिर्फ पांच-पांच सदस्य ही पहुंचे थे. एक घंटे के अंदर पुरोहित ने शादी की सारी रश्में पूरी कर दी. सिंदूर दान हुआ. दूल्हा संतोष सिंह और दुल्हन अनिता सिंह की शादी संपन्न हुई. इसके तुरंत बाद नियम के मुताबिक दुल्हन विदा हुई. गाड़ी में भी सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा गया. घटना गोलाबाड़ी थाना अंतर्गत जेलिया पाड़ा लेन व माधव घोष लेन की है.
मार्च महीने में तय हुई थी तारीख
दुल्हन के भाई नरेश सिंह ने कहा कि मार्च महीने में शादी तय हुई थी. रिश्तेदारों को कार्ड भेजने में देर न हो जाये, इसके लिए बिना देर किये कार्ड छपवा दिये गये थे. शादी के लिए हॉल बुक, कैटरिंग सहित कार्ड भेजने का सिलसिला शुरू ही हुआ था कि पूरे देश में लॉकडाउन की घोषणा हो गयी. पूरा शहर रेड जोन हो गया. कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए दोनों परिवार शादी की तारीख आगे बढ़ाने के लिए सोच रहे थे, लेकिन फैसला लिया गया कि तय तारीख (4 मई) में शादी कर दिया जाये. स्थानीय थाने से संपर्क साधा गया. पुलिस ने भी हामी भर दी, लेकिन तमाम एहतियात बरतते हुए शादी रचाने की इजाजत दी.
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शादी के पहले मंदिर को किया गया सेनेटाइज्ड
दोनों परिवार के सदस्यों ने फैसला लिया कि सोमवार सुबह ही शादी संपन्न कर दी जाये, ताकि स्थानीय लोगों की भीड़ नहीं जुटे. जेलिया पाड़ा के पानी टंकी के पास स्थित शिव मंदिर में शादी कराने का फैसला लिया गया. सरकार द्वारा दिये गये दिशा-निर्देश को मानते हुए पहले पूरे मंदिर को सेनेटाइज्ड किया गया. इसके बाद वर व वधू के परिवार से पांच-पांच लोग मंदिर पहुंचे. कुछ देर बाद दूल्हा व दुल्हन भी मास्क पहन कर मंदिर पहुंचे. पंडित ने भी मास्क पहन कर मंत्रोचार किया और विधिवत शादी करायी. हालांकि, वर माला व सिंदूर दान के समय वर-वधू ने कुछ देर के लिए मास्क खोल दिया था, लेकिन रश्म पूरी होते ही दोनों ने फिर से मास्क पहन लिया. वहां उपस्थित परिवार के लोगों का आशीर्वाद लिया और लॉकडाउन पार्ट-3 में अपनी नयी पारी की शुरुआत करते हुए वहां से विदा हुए.