विधानसभा परिसर में हंगामा मार्शल ने स्थिति को संभाला
मंगलवार को भाजपा विधायक अशोक डिंडा व शंकर घोष के साथ विधानसभा के अधिकारियों की गरमा-गरम बहस हो गयी.
दिखाया निर्देश कोलकाता. विधानसभा का शीतकालीन सत्र 25 नवंबर से शुरू होगा, लेकिन सत्र शुरू होने के पहले ही माहौल गर्म हो गया है. मंगलवार को भाजपा विधायक अशोक डिंडा व शंकर घोष के साथ विधानसभा के अधिकारियों की गरमा-गरम बहस हो गयी. अशोक डिंडा केंद्रीय बल के दो जवानों के साथ विधानसभा परिसर में प्रवेश कर रहे थे. वह खुद गाड़ी भी चला रहे थे, जबकि उनकी पास वाली सीट पर विधायक शंकर घोष बैठे हुए थे. कार में अशोक डिंडा की सुरक्षा में तैनात दो सीआरपीएफ जवान सवार थे. जब अशोक डिंडा ने उस कार को लेकर विधानसभा में घुसने की कोशिश की, तो वहां के सुरक्षा गार्डों ने कार रोक दी. इस बात को लेकर दोने ओर से बहस होने लगी. घटना की सूचना पाकर मौके पर विधानसभा के मार्शल भी पहुंचे. विधानसभा में केंद्रीय सुरक्षा बलों के प्रवेश को लेकर निर्देश दिखाये गये. इसके बाद भाजपा विधायक ठंडा हुए और सीआरपीएफ के जवान गाड़ी से उतरे. 2012 में स्पीकर ने लगाया था केंद्रीय बलों के सदन में प्रवेश पर प्रतिबंध ज्ञात हो कि साल 2012 में विधानसभा के स्पीकर बिमान बनर्जी ने केंद्रीय बलों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी किया था. स्पीकर के इस आदेश को चुनौती देने के लिए भाजपा पहले ही हाईकोर्ट जा चुकी है. पर इस सब के बीच मंगलवार को विधानसभा में केंद्रीय बलों के प्रवेश को लेकर भाजपा विधायकों की विधानसभा में अधिकारियों से गरमा गर्म बहस हो गयी.
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