बांग्ला शिक्षा पोर्टल को और सुरक्षित बनाने का आग्रह

उच्च माध्यमिक के छात्रों के लिए टैब राशि के आवंटन में हेराफेरी की खबरों के बीच राज्य के स्कूल प्रधानाध्यापकों के एक संगठन ने शनिवार को स्कूल शिक्षा विभाग से बांग्ला शिक्षा पोर्टल को हैक करने की आशंका से निजात दिलाने को कहा.

By Prabhat Khabar News Desk | November 24, 2024 1:20 AM

संवाददाता, कोलकाता

उच्च माध्यमिक के छात्रों के लिए टैब राशि के आवंटन में हेराफेरी की खबरों के बीच राज्य के स्कूल प्रधानाध्यापकों के एक संगठन ने शनिवार को स्कूल शिक्षा विभाग से बांग्ला शिक्षा पोर्टल को हैक करने की आशंका से निजात दिलाने को कहा. यह पोर्टल, ई-लर्निंग के लिए डिजिटल उपकरण खरीदने के लिए प्रत्येक छात्र के बैंक खाते में 10,000 रुपये ट्रांसफर करने की सुविधा प्रदान करता है.

विभाग के प्रमुख सचिव को लिखे पत्र में, एडवांस्ड सोसायटी फॉर हेडमास्टर्स और हेडमिस्ट्रेस की ओर से कहा गया है कि ‘बांग्ला शिक्षा पोर्टल के हैक होने की आशंका शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों, छात्रों और अभिभावकों की संवेदनशील जानकारी के लिए एक बड़ा जोखिम पैदा कर रही है. ऐसे में सर्वर को मजबूत करना महत्वपूर्ण है.

सोसाइटी के महासचिव चंदन माइति ने बताया कि पोर्टल को शाम के समय मोबाइल उपकरणों और लैपटॉप पर सामग्री अपलोड करने में अक्सर घंटों लग जाते हैं, जिससे बैंक खातों के हैक होने की संभावना बढ़ जाती है. अक्तूबर में रिपोर्ट सामने आयी थी, जिसमें बताया गया था कि 16 लाख छात्रों में से करीब 1,900 वास्तविक छात्रों को राज्य सरकार द्वारा उनके खातों में आवंटित 10 हजार रुपये नहीं मिले, जिससे काफी हंगामा हुआ था.

इससे पहले, एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा था कि झारखंड सहित कई राज्यों में सक्रिय एक गिरोह विभिन्न सामाजिक कल्याण योजनाओं से पैसे उड़ाने में लगे हुए हैं. जिन जिलों में ऐसे मामले सामने आये हैं, उनमें मालदा, मुर्शिदाबाद, उत्तर 24 परगना, कूचबिहार, बांकुड़ा और जलपाईगुड़ी शामिल हैं. माइति ने कहा: पोर्टल शाम के समय खुला रहता है, जब बफरिंग अनिश्चित काल तक जारी रहती है और डेटा लोड होने में काफी समय लगता है. लोडिंग के दौरान डेटा हैक होने की संभावना है. इसी के लिए, हम बांग्ला शिक्षा सर्वर को मजबूत करने, मजबूत एन्क्रिप्शन और फायरवॉल सिस्टम लागू करने, नियमित सुरक्षा ऑडिट करने और उल्लंघन के मामले में प्रभावित व्यक्तियों को तत्काल अलर्ट नोटिफिकेशन जारी करने का आह्वान करते हैं. उनका कहना है कि हमने सुझाव दिया कि बांग्ला शिक्षा पोर्टल ओटीपी आधारित होना चाहिए, जिसमें विकास भवन स्थित स्कूल शिक्षा मुख्यालय या जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा संबंधित स्कूल के पेज पर लॉग इन करने पर संबंधित स्कूल को एक संदेश भेजा जाना चाहिए.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version