संवाददाता, कोलकाता
बीते दिनों दक्षिण 24 परगना जिले के जयनगर थाना अंतर्गत महिषमारी इलाके में नौ साल की छात्रा का शव मिलने के बाद से ही इलाके में तनाव है. मंगलवार को नये सिरे से वहां बवाल हुआ. इस दिन सुबह कुलतली के कृपाखाली इलाके में मृतका के शव को लेकर स्थानीय ग्रामीणों ने रैली निकाली.
मौके पर पुलिस के पहुंचते ही आक्रोशित लोगों ने उनके समक्ष प्रदर्शन किया. पुलिस के वाहन को लोगों ने रोक दिया. इतना ही नहीं, लोगों ने बांस, लाठी व डंडों से उनपर हमला भी किया. पुलिस वाहन में तोड़फोड़ व पथराव भी हुआ. बारुईपुर के एसडीपीओ व पुलिस के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के वहां पहुंचने पर उन्हें भी लोगों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा. पुलिस वाहन की चाबी छीनने व वाहन से पुलिसकर्मियों को बाहर निकालने की कोशिश की गयी. इसके बाद पुलिस बल मौके पर पहुंचा. रैफ के जवान भी वहां पहुंचे. काफी मशक्कत के बाद हालात नियंत्रित हो पायी. घटना के दौरान अस्वस्थ हुई एक महिला पुलिसकर्मी को अस्पताल ले जाने के दौरान भी प्रदर्शनकारियों ने वाहन को रोकने का प्रयास किया. इधर, मृतका की अंत्येष्टि के लिए शव श्मशान घाट ले जाने के दौरान भी प्रदर्शन हुआ. लोगों ने पीड़िता को इंसाफ व मामले के दोषियों को सजा देने की मांग की.
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि उनका आक्रोश पुलिस के प्रति नहीं है. उनका गुस्सा गांव के अराजक तत्वों के खिलाफ है. प्रदर्शनकारियों में शामिल निमाई सरदार ने आरोप लगाया : हमें पुलिस पर भरोसा नहीं है. उन्होंने शुक्रवार को छात्रा के लापता होने की घटना पर त्वरित कार्रवाई की होती, तो उसकी जान बच सकती थी. अब पुलिस मामले में लीपापोती करने की कोशिश कर रही है. हालांकि, पुलिस ने निष्क्रियता और बुरे बर्ताव के आरोप को खारिज किया है. उनका कहना है कि पुलिस ने गांव के किसी भी व्यक्ति के साथ बुरा बर्ताव नहीं किया है.
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