उलबेड़िया थाना अंतर्गत आमरा बेड़िया गांव की घटना
संवाददाता, हावड़ा
उलबेड़िया थाना अंतर्गत आमरा बेड़िया गांव में तालाबों और नहरों के पानी का रंग बदलने से ग्रामीणों में आतंक का माहौल है. बताया जा रहा है कि इन जलाशयों के पानी का रंग लाल हो रहा है. इस पानी का उपयोग करने वाले ग्रामीण चर्म रोग से पीड़ित हो रहे हैं. ग्रामीणों ने इसकी शिकायत प्रशासनिक अधिकारियों से की है, लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम अभी तक नहीं उठाया गया है.
जानकारी के अनुसार, उलबेड़िया का आमरा बेड़िया इलाका राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे स्थित है. राजमार्ग के दोनों ओर कई सारे केमिकल कारखाने हैं. ग्रामीणों के अनुसार, इन कारखानों से निकलने वाला पानी तालाबों और नहरों में गिर रहा है. चूंकि कारखानों से निकलने वाला पानी में केमिकल मिला रहता है, इसलिए तालाब और नहर का पानी दूषित हो रहा है. पानी दूषित होने से मछलियां भी मर रही हैं. ग्रामीणों ने बताया कि धीरे-धीरे हैंड पंप का पानी भी दूषित निकल रहा है. ग्रामीणों ने कहा कि पानी की जांच के लिए कई बार नमूने लिये गये, लेकिन कुछ नहीं हुआ.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है