हम धरती के मालिक नहीं, बल्कि बनें इसके संरक्षक : गजेंद्र सिंह शेखावत
ठंडे क्षेत्रों में रहने वालों को अब यह नहीं सोचना चाहिए कि जलवायु परिवर्तन केवल उष्णकटिबंधीय गर्म स्थानों को ही प्रभावित करेगा.
कोलकाता. केंद्रीय संस्कृति व पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने शनिवार को जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए सभी से आगे आने का आह्वान करते हुए कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को इस धरती का स्वामी (मालिक) नहीं, बल्कि इसका संरक्षक बनना चाहिए. कोलकाता के साइंस सिटी में जलवायु परिवर्तन पर जागरूकता को लेकर ””ऑन द एज”” नामक एक अत्याधुनिक गैलरी का उद्घाटन करने के बाद शेखावत ने कहा कि यह पूरे विश्व के लिए एक बड़ा मुद्दा बन गया है और केवल वैज्ञानिकों को नहीं बल्कि, प्रत्येक नागरिक को एक हितधारक के रूप में अपनी भूमिका निभानी चाहिए.
उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है जब लोगों को यह मानना बंद कर देना चाहिए कि कार्बन उत्सर्जन, समुद्र स्तर में वृद्धि, चरम मौसम की स्थिति जैसे मुद्दे उनके जीवनकाल में उन्हें व्यक्तिगत रूप से प्रभावित नहीं करेंगे, बल्कि ये केवल वैज्ञानिकों और मीडिया में आयी खबरों में उठाये गये अकादमिक मुद्दे हैं.शेखावत ने कहा कि हमें जिम्मेदारी से काम करना होगा. जलवायु परिवर्तन पूरे विश्व के लिए एक बड़ा मुद्दा है. 25 साल पहले जब ग्रीनहाउस प्रभाव और जलवायु परिवर्तन के बारे में चर्चा शुरू हुई थी, तो कई लोगों ने सोचा होगा कि इसका प्रभाव कुछ खास क्षेत्रों तक ही सीमित रहेगा. यह धारणा गलत साबित हुई. ठंडे क्षेत्रों में रहने वालों को अब यह नहीं सोचना चाहिए कि जलवायु परिवर्तन केवल उष्णकटिबंधीय गर्म स्थानों को ही प्रभावित करेगा. गैर-तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को यह नहीं सोचना चाहिए कि समुद्र के स्तर में वृद्धि केवल समुद्र के पास रहने वालों को ही प्रभावित करेगी.
शेखावत ने जोर देकर कहा कि हम इस धरती के मालिक नहीं, बल्कि संरक्षक हैं और हममें से हर किसी को इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी. उन्होंने कहा कि हरित क्षेत्र को बढ़ाने के लिए केंद्र ने 80 करोड़ पेड़ लगाये हैं, क्योंकि पेड़ कार्बन उत्सर्जन को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. उन्होंने सभी से पौधे लगाने का आह्वान किया.केंद्रीय मंत्री ने साइंस सिटी में जलवायु परिवर्तन पर अत्याधुनिक गैलरी का किया उद्घाटन
”आगंतुकों को बेहतरीन अनुभव प्रदान करेगी गैलरी”जलवायु परिवर्तन पर साइंस सिटी में निर्मित पहली अत्याधुनिक गैलरी आन द एज की विशेषताओं के बारे में मंत्री ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के प्रभावों, इसके कारणों और जन जागरूकता की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से एनसीएसएम द्वारा इसमें लगायी गयी प्रदर्शनी वास्तव में प्रेरणादायक और अत्यधिक जानकारीपूर्ण है. साइंस सिटी में आने वाले आगंतुकों को यह बेहतरीन अनुभव प्रदान करेगी. दो मंजिलों में 10,000 वर्ग फीट में फैली इस गैलरी में अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया गया है. उन्होंने कहा कि भविष्य में कोई भी व्यक्ति इस प्रदर्शनी को वर्चुअली भी देख सकेगा. इसके माध्यम से हम पूरे देश में जागरूकता फैलाने में सफल होंगे. कार्यक्रम में केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के संयुक्त सचिव संजय कौल, नेशनल काउंसिल आफ साइंस म्यूजियम्स (एनसीएसएम) के महानिदेशक डा अरिजीत दत्ता चौधरी और साइंस सिटी के निदेशक अनुराग कुमार व अन्य वरिष्ठ मौजूद थे.
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