बांग्ला को शास्त्रीय भाषा की मान्यता देने के फैसले का स्वागत
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने दुर्गापूजा से पहले राज्यवासियों को उत्सव का तोहफा प्रदान किया है.
संवाददाता, कोलकाता
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने दुर्गापूजा से पहले राज्यवासियों को उत्सव का तोहफा प्रदान किया है. मंत्रिमंडल ने बांग्ला सहित देश की पांच भाषाओं को शास्त्रीय भाषा की मान्यता देने की मंजूरी दी है. पीएम ने सभी बंगालियों को दुर्गापूजा पर दिया खास उपहार : शुभेंदु : इस संबंध में राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति में पुष्टि की है कि पीएम मोदी के नेतृत्व में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बांग्ला भाषा को ””शास्त्रीय भाषा का दर्जा”” दिया है. यह वास्तव में बांग्ला भाषी लोगों के लिए सबसे अच्छा दुर्गापूजा का उपहार है. बांग्ला भाषा को शास्त्रीय भाषा के रूप में शामिल करने से प्राचीन ग्रंथों के संरक्षण, दस्तावेजीकरण और डिजिटलीकरण को बढ़ावा मिलेगा और संग्रह, अनुवाद, प्रकाशन, डिजिटल मीडिया और शैक्षणिक व अनुसंधान क्षेत्रों में रोजगार के महत्वपूर्ण अवसर भी पैदा होंगे. बांग्ला भाषी लोगों के सपने को पीएम ने पूरा किया : सुकांत : वहीं, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री डॉ सुकांत मजूमदार ने कहा कि वह बांग्ला भाषा को शास्त्रीय भाषाओं में से एक के रूप में मान्यता देने के ऐतिहासिक निर्णय के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हैं. इस फैसले से पश्चिम बंगाल से एक निर्वाचित सांसद के रूप में और एक बंगाली के रूप में गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं. हम अभिभूत हैं. गौरवान्वित हैं!
प्रधानमंत्री हमेशा पश्चिम बंगाल के सर्वांगीण विकास और प्रगति के लिए काम कर रहे हैं. केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा लिया गया यह निर्णय एक बार फिर साबित करता है कि प्रधानमंत्री बांग्ला भाषा और बंगालियों के प्रति कितने समर्पित हैं.
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