ममता सरकार पर अविश्वास से राज्य में फैल रहा है आतंक : विजयवर्गीय
केंद्रीय एजेंसियों में काम करने वाले अधिकारी भय और दवाब में काम कर रहे हैं
कोलकाता : भाजपा के महासचिव व प्रदेश भाजपा के केंद्रीय प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने राज्य में ‘कोरोना’ को लेकर फैले आतंक के लिए ममता सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि ब्यूरोक्रेट का कोरोना से संक्रमित बेटा पूरे महानगर में घूमता रहा और प्रशासन चुप बैठी रहीं. इससे साफ है कि वीआइपी को हाथ लगाने से अधिकारी डरते हैं.
राज्य में केंद्रीय एजेंसियों में काम करने वाले अधिकारी भय और दवाब में काम कर रहे हैं. श्री विजयवर्गीय ने प्रभात खबर से बातचीत करते हुए कहा, बंगाल में राज्य सरकार की और राज्य सरकार के अधिकारियों की एयरपोर्ट पर कितनी दादागिरी है. इस घटना से साफ है. कोई एयरपोर्ट सोना लेकर निकल जाता हैं और जब एयरपोर्ट के अधिकारी उसे पकड़ते हैं, तो उसके बच्चे को मारने की धमकी दी जाती है, तो वह अधिकारी अपना ट्रांसफर करवा लेता है.
कोई नौकरशाह का बेटा कोरोना से संक्रमित होकर लंदन से आता है और वह जांच नहीं कराता है. बिना जांच के पूरा कोलकाता घूमता है. अधिकारी डर कर जांच नहीं करते हैं, क्योंकि जांच करेंगे, तो आपकी नौकरी चली जायेगी. यह आतंक दिखायी देता है, ब्यूरोक्रेट के बच्चे कोरोना का वाहक बना और पूरे कोलकाता में घूमता रहा, तो इससे लोगों का आतंकित होना स्वाभाविक है.
उन्होंने कहा, ममता जी को शर्म आनी चाहिए कि वह कैसे एयरपोर्ट से निकला? वह इस पर प्रश्न कर रही हैं ? इससे साफ है कि राज्य में केंद्रीय एजेंसी में काम करने वाले लोग कितने दवाब में काम कर रहे हैं. किसी वीआइपी को हाथ नहीं लगा सकते. चेक नहीं कर सकते हैं. सरकार पर अविश्वास के कारण लोग आतंकित हो रहे हैं.