कोरोना से पीड़ित युवक और हाइ प्रोफाइल परिवार की लापरवाही ने पकड़ा तूल, भाजपा अध्यक्ष ने कार्रवाई की मांग
पीड़ित युवक एक बड़े अधिकारी का बेटा था. इस कारण उसकी जांच नहीं हुई. वह मॉल घूमता रहा. दो दिनों तक कोलकाता में घूमता रहा
कोलकाता. कोरोना से पीड़ित युवक व उससे जुड़े हाइ प्रोफाइल परिवार के खिलाफ प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कार्रवाई की मांग की है. श्री घोष ने प्रभात खबर से बातचीत करते हुए कहा: पीड़ित युवक एक बड़े अधिकारी का बेटा था.
इस कारण उसकी जांच नहीं हुई. वह मॉल घूमता रहा. दो दिनों तक कोलकाता में घूमता रहा. कहां-कहां घूमा किसी को मालूम नहीं है. सलाह देने के बावजूद बावजूद वह अस्पताल नहीं गया.
एक सचिव का बेटा है. इसलिए कोई कुछ नहीं बोलेगा. क्या वह लोगों की जान से खेल सकते हैं. वह सरकार के इतने बड़े अधिकारी हैं. हम उनसे यही उम्मीद करते हैं. सरकार को भी सोचना चाहिए. उस परिवार से पूछताछ करनी चाहिए. विवरण लेना चाहिए कि वह युवक कहां-कहां गया था, किसके मिला था. एक व्यक्ति के कारण पूरे बंगाल में भय का वातावरण पैदा हो गया है. इस मामले पर सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए.
यह बहुत बड़ी गलती है और जानबूझ गलती की है, लेकिन इसके साथ ही यह भी जरूरी है कि पूरे मामले की पहले जांच हो. उन्होंने कहा : सचिव स्तर के अधिकारी इतनी बड़ी लापरवाही कर सकते हैं. इससे सरकार की इच्छा व मनोस्थिति का अंदाज लगा सकते हैं. मुख्यमंत्री ने पहले खुद ही लापरवाही की थी.
जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राज्यों को कोरोना से सतर्कता सलाह की थी और सतर्कता के कदम उठाने के निर्देश दिये थे. मुख्यमंत्री ने उन पर कटाक्ष किया था. मोदी जी जनवरी से ही इसकी प्लानिंग शुरू कर दिये थे. पूरी टीम तैयार की. विदेश से लोगों को वापस बुलाया और राज्य में एक सचिव का बेटा विदेश से आया और सारी व्यवस्था पंगु हो गयी. यह सरकार की असफलता को दर्शाता है.