West Bengal : अस्पतालों की सुरक्षा व्यवस्था व विकास को लेकर मुख्य सचिव ने की अहम बैठक
West Bengal : राज्य सरकार ने अस्पतालों से रोगियों के स्थानांतरण को लेकर सेंट्रल रेफरल सिस्टम विकसित किया है, जिसे 15 अक्तूबर से पॉयलट प्रोजेक्ट के तहत लागू किया जा चुका है.
West Bengal : पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव मनोज पंत ने शुक्रवार को बंगाल के 28 मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में चल रहे आधारभूत सुविधाओं के विकास कार्य की समीक्षा की. राज्य सचिवालय में हुई इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव नारायण स्वरूप निगम के साथ-साथ सभी मेडिकल कॉलेजों के प्रिंसिपल एवं अधीक्षक मौजूद रहे.
स्वास्थ्य सचिव व 28 मेडिकल कॉलेजों के प्रिंसिपल व अधीक्षक रहे मौजूद
राज्य सचिवालय के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मुख्य सचिव ने सभी मेडिकल कॉलेज व अस्पतालों के प्रिंसिपल व अधीक्षकों को आधारभूत सुविधाओं से संबंधित कार्यों को 31 अक्तूबर के अंदर पूरा करने का निर्देश दिया है. बताया गया है कि 28 मेडिकल कॉलेजों में नये सीसीटीवी लगाने, शौचालय निर्माण सहित अन्य आधारभूत सुविधाओं के विकास पर लगभग 120 करोड़ रुपये खर्च किये जा रहे हैं. कुल 7051 नये सीसीटीवी लगाये जाने हैं.
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एक नवंबर से लागू होगा सेंट्रल रेफरल सिस्टम
राज्य सरकार ने अस्पतालों से रोगियों के स्थानांतरण को लेकर सेंट्रल रेफरल सिस्टम विकसित किया है, जिसे 15 अक्तूबर से पॉयलट प्रोजेक्ट के तहत लागू किया जा चुका है. एक नवंबर से यह राज्यभर में लागू किया जायेगा और मुख्य सचिव ने बैठक के दौरान सभी अधिकारियों को अपने-अपने मेडिकल कॉलेजों में इसे लागू करने का निर्देश दिया है. गौरतलब रहे कि सेंट्रल रेफरल सिस्टम लागू होने से रोगियों के परिजनों को इस बात का पता चल पायेगा कि आखिर क्यों रोगी को रेफर किया जा रहा है. इसके बारे में लिखित रूप से जानकारी दी जायेगी. साथ ही किस अस्पताल में कितने बेड खाली हैं और कितने रोगियों की भर्ती हो सकती है, इसकी जानकारी भी रोगियों के परिजनों को मिलेगी.
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