आखिर कब माकपा शून्य से पहुंचेगी एक पर : कुणाल घोष
राज्य की छह विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में सभी सीटों पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की जीत हुई है.
छह विस सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे को लेकर माकपा पर तृणमूल नेता ने कसा तंज
संवाददाता, कोलकाताराज्य की छह विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में सभी सीटों पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की जीत हुई है. भाजपा व कांग्रेस की ही तरह, माकपा को एक भी सीट पर विजय हासिल नहीं हुई. ऐसे में तृणमूल के प्रदेश महासचिव कुणाल घोष ने रविवार को माकपा पर भी तंज कसा है. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने गाना भी गाया. उक्त पोस्ट में तृणमूल नेता ने कहा : पश्चिम बंगाल में छह विधानसभा सीटों में सभी छह पर तृणमूल की व्यापक जीत हुई है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के विकास कार्यों की बदौलत यह जीत मिली. विपक्षी दलों की साजिशों के खिलाफ जनता ने राय दिया. तृणमूल ने तो विजय हासिल की ही है, भाजपा हार भी गयी, लेकिन बड़ी-बड़ी बातें करने वाले नेताओं की माकपा का क्या हाल रहा. उपचुनाव के नतीजे के बाद एक गायक के गाने की तरह ही माकपा का हाल रहा. वह गाना था- ‘आर कोबे, आर कोबे सीपीएम शून्नो थेके एक होबे’ यानी ‘आखिर कब, आखिर कब माकपा शून्य से पहुंचेगी एक.’ यह शनिवार तक था. रविवार सुबह एक अनुरोध मिला. हालांकि, मैं एक कलाकार नहीं लेकिन, अनुरोध मिलने पर एक-दो गाने गा सकता हूं. इसके बाद ही श्री घोष ने पोस्ट में गाना गाया : मटर कलाई गोल गोल दांते भांगे ना, आर सीपीएम शून्नो थेके एक ऐ जाये ना यानी ‘गोल-गोल मटर का दाना दांतों से नहीं टूटता और माकपा शून्य से एक तक नहीं जाता. कॉमरेड अब आलोचना करना शुरू कर दें.कुणाल घोष के सोशल मीडिया पर किये गये इस पोस्ट पर माकपा नेता डॉ सुजन चक्रवर्ती ने आलोचना की. उन्होंने कहा कि तृणमूल नेता कुणाल घोष गाना ही गायें, क्योंकि उन्हें आम लोगों और राजनीति से भला क्या वास्ता है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है