वर्ष 2008 से 2012 तक वह केंद्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय में सचिव पद पर रहे
कोलकाता. आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में एक जूनियर महिला डॉक्टर से दुष्कर्म व हत्या की घटना के विरोध में जवाहर सरकार सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के पहले ऐसे सांसद हैं, जिन्होंने राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने व राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा की है. भारतीय प्रशासनिक सेवा (आइएएस) के सेवानिवृत्त अधिकारी रहे जवाहर सरकार कई बड़े सरकारी पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं. वह वर्ष 1975 में आइएएस में शामिल हुए थे. वर्ष 2008 से 2012 तक वह केंद्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय में सचिव पद पर रहे. सबसे लंबे समय तक इस पद पर रह कर उन्होंने रिकॉर्ड बनाया था. उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों में भी अहम पोर्टफोलियो को संभाला है. वहीं, साल 2012 से 2016 तक प्रसार भारती के सीइओ के पद पर भी तैनात रहे. इस दौरान उन्हें बेस्ट सीइओ के अवॉर्ड से भी नवाजा गया था. बताया जा रहा है कि वर्ष 2016 में राजग सरकार से खटपट के चलते उन्होंने प्रसार भारती के सीइओ पद से इस्तीफा दे दिया था. वर्ष 2021 में पश्चिम बंगाल का प्रतिनिधित्व करने के लिए तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर वह राज्यसभा के लिए चुने गये. उनके व्यक्तिगत जीवन की बात करें, तो सरकार का जन्म कोलकाता में ही हुआ था. उनकी पत्नी का नाम नंदिता सरकार है और उनकी एक संतान है. उन्होंने प्रेसिडेंसी व कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में पढ़ाई की और इतिहास और समाजशास्त्र में दो मास्टर की डिग्री हासिल की. वह कई सम्मान से भी नवाजे जा चुके हैं
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