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दुष्कर्म के दोषियों को मौत की सजा दिलाने के लिए कानूनों में संशोधन करेंगे : ममता

ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि उनकी सरकार की नीति ‘दुष्कर्म संबंधी घटनाओं को कतई बर्दाश्त न करने’ की है. इन मामलों से संबंधित मौजूदा कानूनों में संशोधन के लिए अगले सप्ताह राज्य विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया जायेगा.

विधानसभा के विशेष सत्र में लाया जायेगा विधेयक

सीएम ने कहा- राज्यपाल संशोधित विधेयक को मंजूरी नहीं देते हैं या देरी करते हैं तो राजभवन के समक्ष दिया जायेगा धरनासंवाददाता, कोलकातामुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि उनकी सरकार की नीति ‘दुष्कर्म संबंधी घटनाओं को कतई बर्दाश्त न करने’ की है. इन मामलों से संबंधित मौजूदा कानूनों में संशोधन के लिए अगले सप्ताह राज्य विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया जायेगा. इसमें एक विधेयक पारित किया जायेगा, ताकि दुष्कर्म के अपराधियों के लिए मृत्युदंड सुनिश्चित किया जा सके. 10 दिनों के भीतर दुष्कर्म के दोषी की सजा सुनिश्चित हो सके. तृणमूल छात्र परिषद के स्थापना दिवस पर यहां मेयो रोड पर आयोजित रैली को संबोधित करते हुए सुश्री बनर्जी ने कहा कि यदि राज्यपाल संशोधित विधेयक को मंजूरी देने में देरी करते हैं व अनुमोदन के लिए हस्ताक्षर नहीं करते हैं, तब वह राजभवन के समक्ष धरने पर बैठेंगी. राज्य की महिलाएं वहां धरना देंगी.

मुख्यमंत्री ने आरजी कर अस्पताल में हुई घटना के खिलाफ हड़ताल पर चल रहे जूनियर डॉक्टरों से काम पर लौटने का आग्रह किया. गौरतलब है कि पुलिस को नौ अगस्त को महिला परास्नातक प्रशिक्षु चिकित्सक का शव आरजी कर अस्पताल के इमरजेंसी विभाग के सेमिनार हॉल में मिला था. इस घटना के विरोध में सरकारी अस्पतालों के जूनियर चिकित्सक नौ अगस्त की शाम से ही हड़ताल पर हैं और न्याय की मांग कर रहे हैं.

सुश्री बनर्जी ने रैली में सीबीआइ पर भी हमला बोला और कहा, ‘‘चिकित्सक से दुष्कर्म व हत्या मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) द्वारा कोलकाता पुलिस से अपने हाथ में लिए हुए 16 दिन बीत चुके हैं. न्याय कहां है?

ममता ने तृणमूल कांग्रेस के आंदोलन का किया एलान

रैली में मुख्यमंत्री ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस राज्य में शुक्रवार से आंदोलन शुरू करेगी, ताकि दुष्कर्म के दोषियों को मृत्युदंड देने का कानून पारित करने के लिए केंद्र पर दबाव बनाया जा सके. सीएम ने कहा कि शुक्रवार को तृणमूल के छात्र संगठन की ओर से राज्यभर में कॉलेजों के बाहर दुष्कर्म के दोषियों को फांसी की सजा देने की मांग पर आंदोलन किया जायेगा. शनिवार को ब्लॉक स्तर पर पार्टी की ओर से धरना दिया जायेगा व रैलियां निकाली जायेंगी. रविवार को तृणमूल की महिला इकाई की ओर से राज्य स्तर पर अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे.

भाजपा बंगाल को बदनाम करना चाहती है: सीएम

आरजी कर अस्पताल में जूनियर महिला डॉक्टर से दुष्कर्म व हत्या की घटना के विरोध में गत मंगलवार को छात्र समाज के नबान्न अभियान के दौरान पुलिस कार्रवाई के खिलाफ भाजपा द्वारा बुधवार को बुलाये गये ””बंगाल बंद”” को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी न्याय नहीं चाहती, वे सिर्फ बंगाल को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं. वह शव को लेकर राजनीति करते हैं. मैं उनकी नीतियों का विरोध करती हूं. उन्होंने (भाजपा ने) बंद का आह्वान किया, क्योंकि वे एक शव से राजनीतिक लाभ चाहते थे. भाजपा लोगों की भावनाओं का फायदा उठाने की कोशिश कर रही है. वे बंगाल को बदनाम करना चाहते हैं और घटना की जांच को पटरी से उतारने की साजिश रच रहे हैं, ताकि पीड़िता और उसके परिवार को न्याय न मिले.

दो व तीन सितंबर को विधानसभा का विशेष सत्र

बुधवार को राज्य सचिवालय में राज्यमंत्रिमंडल की बैठक हुई. कैबिनेट की बैठक के बाद राज्य के संसदीय कार्य मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय ने बताया कि दो व तीन सितंबर को राज्य विधानसभा का विशेष सत्र आयोजित होगा. दो सितंबर को सत्र की शुरूआत होगी और तीन सितंबर को दुष्कर्म के दोषियों को 10 दिनों के अंदर फांसी की सजा दिलाने के लिए विधेयक पेश किया जायेगा. गौरतलब है कि आरजीकर कांड के सामने आने के बाद से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दोषियों को फांसी देने की मांग कर रही हैं.

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