पहाड़ में अशांति की घटनाओं को नहीं करेंगे बर्दाश्त : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उत्तर बंगाल दौरे के तीसरे दिन बुधवार को दार्जिलिंग में सरस मेले का उद्घाटन किया.
कोलकाता. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उत्तर बंगाल दौरे के तीसरे दिन बुधवार को दार्जिलिंग में सरस मेले का उद्घाटन किया. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने दार्जिलिंग में शांति-व्यवस्था कायम रखने की अपील करते हुए कहा कि यहां के लोगों की आमदनी का मुख्य जरिया पर्यटन है. यहां अशांति की घटनाओं से पर्यटन उद्योग को काफी नुकसान होता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार क्षेत्र के विकास और यहां शांति-व्यवस्था कायम रखने के लिए हर आवश्यक कदम उठा रही है. इसलिए अब पहाड़ में किसी भी प्रकार की अशांति की घटना को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. गौरतलब है कि बुधवार को दार्जिलिंग चौरस्ता के पास राज्य के पंचायत व ग्रामीण विकास विभाग की ओर से सरस मेला का आयोजन किया गया, जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने किया. दार्जिलिंग में पहली बार सरस मेला का आयोजन किया जा रहा है, जहां लगभग 135 स्टॉल लगाये गये हैं. मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि तृणमूल कांग्रेस सरकार ने पिछले 13 वर्षों में उत्तर बंगाल के जिलों के विकास में कुल 1.64 लाख करोड़ रुपये खर्च किये हैं. उन्होंने बताया कि इसमें से 11,000 करोड़ रुपये सिर्फ दार्जिलिंग में विकास कार्य पर खर्च हुए हैं. इसके अलावा जीटीए के माध्यम से भी यहां 1500 करोड़ रुपये खर्च किये गये हैं. ममता ने कहा- राज्य में विकास के लिए फंड नहीं देता केंद्र: मुख्यमंत्री ने एक बार फिर केंद्र की एनडीए सरकार पर पश्चिम बंगाल की उपेक्षा करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार बंगाल में विकास कार्यों के लिए कोई फंड नहीं देती है. राज्य सरकार अपने दम पर यहां आधारभूत सुविधाओं का विकास सहित अन्य योजनाओं को क्रियान्वित करती है. उन्होंने कहा कि कुछ लोग सिर्फ चुनाव के समय यहां आते हैं और बड़े-बड़े वादे करके चले जाते हैं. ऐसे लोग आपकी जरूरत के समय कभी साथ नहीं रहते. उन्होंने कहा कि तृणमूल सरकार पूरे वर्ष भर आपके साथ है. उत्तर बंगाल में चार स्किल डेवलपमेंट सेंटर का होगा निर्माण:इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने उत्तर बंगाल की पहाड़ियों में युवाओं को रोजगार का अवसर पैदा करने के लिए चार नये स्किल डेवलपमेंट सेंटर की स्थापना करने की घोषणा की. मुख्यमंत्री ने कहा कि दार्जिलिंग के साथ ही मिरिक, कालिम्पोंग व कार्सियांग में कौशल विकास केंद्र की स्थापना होगी. स्थानीय युवाओं को विभिन्न ट्रेड का प्रशिक्षण देकर रोजगार मुहैया कराया जायेगा. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की ओर से दार्जिलिंग में हिल यूनिवर्सिटी की स्थापना की गयी है. इसके अलावा कार्सियांग में प्रेसीडेंसी यूनिवर्सिटी के तीसरे भवन का निर्माण कार्य भी लगभग पूरा हो चुूका है. स्थानीय डीएम से यहां छात्रों की प्रवेश प्रक्रिया जल्द से जल्द शुरू करने के लिए आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया गया है.
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