महिला पुलिस अधिकारी धरने पर बैठीं, फिर हटायी गयीं
एक महिला सब इंस्पेक्टर पोर्ट इलाके के नादियाल थाने के प्रभारी (ओसी) के खिलाफ दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए गुरुवार सुबह धरने पर बैठ गयीं.
पोर्ट इलाके के नादियाल थाने के बाहर की घटना, महिला सब इंस्पेक्टर ने ओसी पर लगाया दुर्व्यवहार का आरोप
महिला अधिकारी का आरोप- थाने के भीतर की सारी गुप्त बातें वह जान चुकी थीं, इसलिए उनके साथ किया गया दुर्व्यवहार
संवाददाता, कोलकाताएक महिला सब इंस्पेक्टर पोर्ट इलाके के नादियाल थाने के प्रभारी (ओसी) के खिलाफ दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए गुरुवार सुबह धरने पर बैठ गयीं. महिला सब-इंस्पेक्टर नादियाल थाने के पुलिस बैरक में ड्यूटी करती थीं. बताया जा रहा है कि महिला बैरक में बेड आवंटन को लेकर वहां के ओसी के साथ उनकी बहस हो गयी थी. जिसके बाद ओसी की रिपोर्ट पर डीसी दफ्तर से उन्हें ड्यूटी से हटा दिया गया. इसी बीच, महिला सब इंस्पेक्टर छुट्टी पर चली गयी थीं. वहां से लौटने के बाद महिला बैरक में अन्य बेड लगा देखकर वह ओसी के खिलाफ अपने साथ दुर्व्यवहार का आरोप लगाकर थाने के बाहर धरने पर बैठ गयीं. पुलिस के बड़े अधिकारियों के पास इसकी जानकारी पहुंचने पर पुलिस की गाड़ी में उन्हें वहां से उठाकर ले जाया गया. क्या है मामला: पुलिस सूत्र बताते हैं कि महिला सब इंस्पेक्टर का डेढ़ वर्ष पहले नादियाल थाने में ट्रांसफर हुआ था. इसके बाद से वहां वह महिला पुलिस बैरक में रहकर ड्यूटी करती थीं. एकमात्र महिला ऑफिसर होने के कारण उनके बैरक में वही अकेली ही रहती थीं. हाल ही में अन्य विभागों से कुछ अन्य महिला कांस्टेबलों का नादियाल थाने में ट्रांसफर हुआ था. थाने में ड्यूटी के लिए आयी नयी महिला कांस्टेबलों को बैरक में रहने के लिए महिला बैरक में कुछ और बेड लाकर रखा गया था. महिला अधिकारी ने इसका विरोध किया था. आरोप है कि इसी को लेकर थाने के ओसी के साथ उनकी बहस हो गयी. जिसके बाद उन्हें विभागीय डीआरओ दफ्तर में भेज दिया गया.महिला सब इंस्पेक्टर पर वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश का उल्लंघन करने का आरोप
इधर, पुलिस सूत्रों का कहना है कि महिला अधिकारी ने पहले ओसी फिर डीसी के आदेश की अवहेलना की. इसके कारण उन्हें क्लोज किया गया था. जिसके बाद गुरुवार सुबह महिला अधिकारी ने नदियाल थाना क्षेत्र के काठगोला के पास सड़क पर धरने पर बैठ गयी. हालांकि इस घटना को लेकर पुलिस की तरफ से आधिकारिक तौर पर कोई टिप्पणी नहीं की गयी है. यह कहा गया है कि महिला अधिकारी के लिए जो लिखित निर्देश जारी हुआ है, उसे उसका पालन करना होगा.क्या कहना है महिला अधिकारी का
पीड़ित महिला पुलिस अधिकारी ने कहा कि वह छुट्टी के बाद बैरक में लौटीं तो देखा कि उनके कमरे में कई और बिस्तर लगे थे. जिसके बाद वह धरने पर बैठ गयीं. पीड़ित महिला अधिकारी का कहना है कि वह इतने दिनों के ड्यूटी के दौरान थाने के भीतर की कई सिक्रेट जान गयी थीं. इसके कारण थाने के ओसी के अलावा कुछ अन्य पुलिसकर्मियों द्वारा उनके साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है