तस्करी में पकड़ाये युवक की बिगड़ी तबीयत, मौत

सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), दक्षिण बंगाल सीमांत के जवानों ने उत्तर 24 परगना स्थित भारत-बांग्लादेश सीमावर्ती इलाके में ड्रग्स तस्करी की घटना को विफल किया है.

By Prabhat Khabar News Desk | November 11, 2024 1:17 AM
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ड्रग तस्करी के मामलों में पहले भी हो चुका था अरेस्ट, जमानत पर छूटने के बाद फिर करने लगा था तस्करी

संवाददाता, कोलकातासीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), दक्षिण बंगाल सीमांत के जवानों ने उत्तर 24 परगना स्थित भारत-बांग्लादेश सीमावर्ती इलाके में ड्रग्स तस्करी की घटना को विफल किया है. इस दौरान बल के जवानों पर हमला भी हुआ, जिसे नाकाम कर दिया गया. घटना में दो तस्करों को पकड़ने में कामयाबी भी मिली, लेकिन एक की तबीयत बिगड़ने के बाद उसकी मौत हो गयी. मृतक की शिनाख्त बाबाई बारुई उर्फ बाबई बारई के रूप में हुई है. वह ड्रग्स तस्करी के मामलों में पहले भी गिरफ्तार हो चुका था. हाल ही में एक मामले में जमानत पर छूटने के बाद वह फिर तस्करों के गिरोह से जुड़ गया था. मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. क्या है घटना : बीएसएफ के एक अधिकारी ने बताया कि सीमा चौकी अंगरैल इलाके में गत शनिवार की रात को बीएसएफ के जवानों ने चार लोगों की संदिग्ध गतिविधि देखी, जो कुछ बैग लेकर बांग्लादेश की ओर बढ़ रहे थे. बीएसएफ के जवान उनकी ओर बढ़े, तो उन्होंने धारदार हथियार से हमला कर दिया. जवाबी कार्रवाई में बीएसएफ ने हवाई फायर किया, जिसके बाद दो अपने बैगों को वहीं फेंक कर घनी झाड़ियों का फायदा उठाकर वापस भारतीय सीमा में भाग निकले. इधर, अन्य दो तस्कर इच्छामती नदी में कूद गये और भागने की कोशिश करने लगे. बीएसएफ की क्यूआरटी के जवानों ने घटनास्थल से फेंसिडील की 500 बोतलें और दो धारदार हथियार बरामद किये. इधर. नदी में कूदकर भागने की कोशिश करने वाले दो युवकों को रविवार को तड़के पकड़ लिया गया. वे काफी समय से पानी में थे और घायल भी हो गये थे. उनके तुरंत प्राथमिक उपचार की व्यवस्था करायी गयी. हालांकि, बाबाई नामक तस्कर की हालत ज्यादा बिगड़ने के कारण उसे स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गयी. गिरफ्तार अन्य आरोपी स्वस्थ है. उसे और जब्त फेंसिडील को पुलिस को सौंप दिया गया है.

तस्करी ही था मुख्य धंधा

जांच में पता चला कि बाबाई का तस्करी ही मुख्य धंधा था. वर्ष 2021 में फेंसिडील की तस्करी के दौरान उसकी गिरफ्तारी हुई थी. वह दो वर्षों की जेल की सजा भी काट चुका था. इसके बाद तस्करी के ही अन्य मामले में उसकी फिर गिरफ्तारी हुई. इस वर्ष 25 मई को वह जमानत पर छूटा था. सीमावर्ती इलाकों में उसके फेंसिडील व सोने की तस्करी में लिप्त होने के आरोप रहे हैं.

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