कोलकाता. सुप्रसिद्ध साहित्यिक-सामाजिक-सांस्कृतिक संस्था श्री बड़ाबाजार कुमारसभा पुस्तकालय द्वारा 1987 में प्रवर्तित ‘विवेकानंदसेवा सम्मान” इस वर्ष शिक्षण संस्थान, धर्म स्थल और छात्रावास आदि प्रकल्पों के जरिये जनजागृति के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए शांति काली मिशन, सरबोंग (त्रिपुरा) को आगामी 30 जून को 11 बजेे रथींद्र मंच (जोड़ासांको) में एक समारोह में प्रदान किया जायेगा. समारोह की अध्यक्षता करेंगे सुप्रीम कोर्ट के वकील डॉ पीएन मिश्रा. प्रधान वक्ता होंगे राष्ट्रवादी चिंतक डॉ एसपी घोष. ‘शांति काली मिशन” त्रिपुरा के आदिवासियों के बीच काम करने वाली एक ऐसी संस्था है, जिसकी स्थापना पूज्य गुरुदेव शांति काली महाराज द्वारा 1979 में शिव चतुर्दशी को सुब्राम जिले के मानु गांव में हुई थी. गरीब बच्चों को शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाएं देना, प्राथमिक विद्यालय तथा अनाथालय आदि की स्थापना करना, धर्म जागरण हेतु मंदिरों का निर्माण आदि कार्य संस्था के उद्देश्य में शामिल हैं. गुरुदेव की हत्या के बाद पूज्य स्वामी चित्तरंजन महाराज के नेतृत्व में शांति काली मिशन के कार्यों को न केवल गति मिली, बल्कि आदिवासी समाज को राष्ट्रीय मुख्यधारा में जोड़े रखने के महत् कार्य को बल भी मिला. फिलहाल मिशन के छात्रावासों में 800 विद्यार्थी रह कर शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं. साथ ही विभिन्न जिलों में 34 मंदिरों के माध्यम से धर्म जागरण एवं सेवा के कई अन्य प्रकल्प भी चलाये जा रहे हैं. हाल ही में मिशन के तत्वावधान में सनातन आध्यात्मिक मूल्यों को प्रसारित करने के लिए चित्तरंजन महाराज ने 108 मंदिरों की स्थापना का सत्संकल्प भी लिया है. कुमारसभा ने 1987 में स्वामी जी की जयंती पर उनके आदर्शों के अनुरूप समाज सेवा, संस्कार व सामाजिक पुनरुत्थान के लिए समर्पित व्यक्तियों/संस्थाओं हेतु इस वार्षिक सम्मान का प्रवर्तन किया था.
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