कूचबिहार घटना की सीबीआइ करे जांच

पार्टी पर हमला बोला है. इसे लेकर विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि एक महिला मुख्यमंत्री के शासन में, बंगाल की माताओं, बहनों और अल्पसंख्यक समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाली एक महिला को तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय नेता और उसके सहयोगियों द्वारा सरेआम पीटा गया, निर्वस्त्र किया गया और गाली दी गयी. उन्होंने कहा कि पुलिस और सरकार एक महिला के खिलाफ इस तरह की भीषण हिंसा पर आंखें मूंदे हुए हैं. हमें इस प्रशासन पर कोई भरोसा नहीं है. हम सीबीआई जांच की मांग करते हैं.

By Prabhat Khabar Print | June 29, 2024 9:34 PM

कोलकाता.

राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शनिवार को कूचबिहार जिले में पार्टी की एक महिला नेता को शारीरिक यातना देने की कथित घटना की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) से जांच कराये जाने की मांग की और पुलिस पर असली अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया. आरोप है कि कूचबिहार जिले के माथाभांगा इलाके में भाजपा प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने वाली स्थानीय इकाई के अल्पसंख्यक मोर्चा की अध्यक्ष महिला को तृणमूल के बदमाशों ने उस समय पीटा और निर्वस्त्र कर दिया, जब वह खेत में मवेशी चरा रही थी. इस घटना को लेकर भाजपा के प्रदेश स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर के नेताओं ने यहां की सत्तारूढ़ पार्टी पर हमला बोला है. इसे लेकर विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि एक महिला मुख्यमंत्री के शासन में, बंगाल की माताओं, बहनों और अल्पसंख्यक समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाली एक महिला को तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय नेता और उसके सहयोगियों द्वारा सरेआम पीटा गया, निर्वस्त्र किया गया और गाली दी गयी. उन्होंने कहा कि पुलिस और सरकार एक महिला के खिलाफ इस तरह की भीषण हिंसा पर आंखें मूंदे हुए हैं. हमें इस प्रशासन पर कोई भरोसा नहीं है. हम सीबीआई जांच की मांग करते हैं. हालांकि, एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह घटना घरेलू विवाद का मामला लग रहा है और प्राथमिकी में नामजद 10 लोगों में से सात को गिरफ्तार कर लिया गया है. उन्होंने कहा कि बाकी तीन को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जायेगा.

तृणमूल ने आरोपों को किया खारिज

उधर, तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता पार्थ प्रतीम रॉय ने भाजपा के दावों का खंडन करते हुए कहा कि वे कूचबिहार में लोकसभा चुनाव में हार के बाद पारिवारिक विवाद का राजनीतिकरण कर रहे हैं. तृणमूल के प्रवक्ता तृणांकुर भट्टाचार्य ने कहा कि भाजपा चुनावी हार के बाद बंगाल में शांति भंग करने और राज्य सरकार को बदनाम करने के लिए हर छोटी-मोटी घटना का राजनीतिकरण करने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि वे (भाजपा नेता) बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं. हर दुर्भाग्यपूर्ण घटना में पुलिस कार्रवाई करती है और दोषियों को पकड़ती है. हालांकि, वे लोग (आरोपी) हमारी पार्टी से जुड़े नहीं हैं.

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