कोलकाता. तृणमूल कांग्रेस 21 जुलाई को धर्मतला में आयोजित होने वाले ‘शहीद दिवस’ की रैली की तैयारियों में जुटी है. जिलास्तर पर रैली को सफल बनाने को लेकर पार्टी ने तैयारी शुरू कर दी है. कोलकाता में भी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई. बताया जा रहा है कि बैठक में तृणमूल नेतृत्व ने अपने नेताओं को मेट्रो या बाइक पर सवार होकर नहीं, बल्कि पैदल मंच स्थल तक आने का निर्देश दिया है. पार्टी के प्रदेश महासचिव व राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा : तृणमूल का ‘शहीद दिवस’ त्याग और बलिदान से जुड़ा है. ऐसे में पार्टी के निचले स्तर के नेता ‘शहीद दिवस’ के सभास्थल पर मेट्रो व बाइक से नहीं, बल्कि पैदल आयें. शहीद दिवस मनाते हुए करीब 30 वर्ष हो गये और धर्मतला में आयोजित होने वाली रैली के दौरान मैंने व पार्टी के अन्य नेताओं ने भी डोरिना क्राॅसिंग पर ड्यूटी की है. कई बार देखा है कि सभा में आने वाले नेता व कार्यकर्ता इधर-उधर घूमते नजर आते हैं. कुछ बाइक से वहां पहुंचते हैं. उन्हें यह कहना चाहता हूं कि शॉर्टकट अपनाने पर उनका राजनीतिक जीवन भी शॉर्टकट हो जायेगा. जनता के बीच रहकर आगे बढ़ना है. संघर्ष करना है और जनता के हित के कार्यों को लेकर चलना है. जिलों से आने वाले कार्यकर्ताओं के ठहरने पर भी चर्चा : बैठक में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुब्रत बक्शी ने 21 जुलाई की कार्यसूची से जुड़े कई तथ्यों पर भी चर्चा की है. दूसरे जिलों से आने वाले पार्टी कार्यकर्ताओं के ठहरने व सभास्थल तक आने की रूपरेखा भी तैयार की गयी है. दक्षिण कोलकाता जिला तृणमूल के अध्यक्ष देवाशीष कुमार ने अपने क्षेत्र के नेताओं से कहा है कि 21 जुलाई की सुबह 10 बजे सभी नेताओं व कार्यकर्ताओं को हाजरा मोड़ एकत्रित होना है, जिसके बाद वहां से रैली धर्मतला के सभास्थल तक पहुंचेगी.
शहीद दिवस की रैली को लेकर तृणमूल का पोस्टर जारी, ममता बनर्जी होंगी सभा की प्रमुख वक्ता
तृणमूल पहले ही महानगर में ‘शहीद दिवस’ रैली को लेकर पोस्टर जारी कर चुकी है. उक्त पोस्टर में मुख्यमंत्री व तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी की तस्वीर को मुख्य वक्ता के तौर पर प्रस्तुत किया गया है और रैली में शामिल होने का आह्वान किया गया है. गौरतलब है कि 21 जुलाई, 1993 को पश्चिम बंगाल युवा कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष के रूप में ममता बनर्जी के नेतृत्व में राइटर्स बिल्डिंग अभियान चलाया था, जिसमें मांग की गयी थी कि ””””धांधली”””” को रोकने व मतदाताओं को सत्यापित करने के लिए मतदाता पहचान पत्र को एकमात्र वैध दस्तावेज बनाया जाये. अभियान के दौरान झड़प हुई थी और कथित तौर पर पुलिस की फायरिंग में 13 लोगों की मौत हुई थी. तृणमूल कांग्रेस की ओर से इस घटना को ‘शहीद दिवस’ के रूप में मनाया जाता है.21 जुलाई की सभा में शोभन चटर्जी के शामिल होने को लेकर अटकलें तेज
पूर्व मंत्री व कोलकाता के पूर्व मेयर शोभन चटर्जी से हाल ही में तृणमूल के पूर्व प्रदेश महासचिव कुणाल घोष ने उनके आवास पर मुलाकात की थी. इसके बाद तृणमूल के एक और नेता भी उनसे मिले थे. 21 जुलाई को होने वाली रैली के पहले तृणमूल नेताओं का शोभन चटर्जी से मिलने के लेकर अटकलें तेज हो गयी हैं कि इस बार संभवत: वह भी धर्मतला में आयोजित रैली में शामिल हो सकते हैं. इस बारे में पत्रकारों से बातचीत में श्री चटर्जी ने कहा कि उनके लिए 21 जुलाई का खास महत्व है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में ही उनके जैसे कई लोगों ने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की. उनके लिए ‘ममता दीदी’ (मुख्यमंत्री) का निर्देश व उनकी बातें काफी महत्वपूर्ण हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है