राहत शिविरों में पहुंचाये जा रहे स्थानीय लोग
दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) द्वारा पानी छोड़े जाने पर यहां की तीन नदियां दामोदर, रूपनारायण और मुंडेश्वरी का जलस्तर बढ़ गया है.
स्थिति अभी तक दिख रही नियंत्रण में, 15 से अधिक लगाये गये हैं राहत शिविर
संवाददाता, हावड़ा
दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) द्वारा पानी छोड़े जाने पर यहां की तीन नदियां दामोदर, रूपनारायण और मुंडेश्वरी का जलस्तर बढ़ गया है. हालांकि किसी भी इलाके से बांध डूबने की खबर नहीं है. ग्रामीण हावड़ा को हाइ अलर्ट घोषित किये जाने के बाद जिला प्रशासन ने उदयनारायणपुर और आमता में बाढ़ से िनबटने के लिए अग्रिम तैयारी शुरू कर दी है. उदयनारायणपुर में दामोदर नदी से सटे इलाके के लोगों को माइकिंग कर सचेत किया जा रहा है. उदयनारायणपुर के रामपुर-डिहिबुरसूट, कुर्ची-शिवपुर, सिंगटी, कानुपत-मानसुका, सोनातला और विधिचंद्रपुर ग्राम पंचायत के निचले इलाकों से लोगों को निकालने का काम शुरू कर दिया गया है. इन इलाकों में अब तक 15 से अधिक राहत शिविर लगाये गये हैं.
आमता के घोड़ाबेड़िया, चितनान और भाटोरा में भी ग्रामीणों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है. यहां भी राहत शिविर खोले गये हैं. डीएम डॉ पी दीपाप प्रिया, एसडीओ मानस कुमार मंडल सहित ब्लॉक स्तर के सभी अधिकारी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं. सोमवार को उदयनारायणपुर बीडीओ कार्यालय में एक प्रशासनिक बैठक भी हुई. डीएम ने कहा कि हम स्थिति से निबटने के लिए तैयार हैं. सभी आवश्यक उपाय किये गये हैं. रविवार रात से सोमवार तक करीब 800 लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है. आमता और उदयनारायणपुर में 20 से अधिक स्कूलों को ग्रामीणों के लिए तैयार रखा गया है. खाद्य सामग्री और पेयजल की समूचित व्यवस्था भी की गयी है. आपदा प्रबंधन समूह और सिचाई विभाग के सभी अधिकारी और कर्मचारी अलर्ट पर है. सभी की छुट्टियां रद्द कर दी गयी हैं.
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