आसनसोल. साइबर अपराधियों ने ट्रेडिंग में निवेश करके कम समय में अधिक मुनाफा का झांसा देकर नियामतपुर बीपी चक्रवर्ती सारणी निवासी अरिजीत बनर्जी को अपने झांसे में लिया और 45 लाख रुपये की ठगी कर ली. श्री बनर्जी ने सात ट्रांजेक्शन में 45 लाख रुपये ठगों के कहने पर उनके विभिन्न खातों में ट्रांसफर किये. जब पैसे निकालने की बारी आयी तो पता चला कि वह साइबर ठगी के शिकार हो गये हैं. जिसकी शिकायत उन्होंने आसनसोल साइबर थाने में की. उनकी शिकायत के आधार पर कांड संख्या 49/24 में आइपीसी की धारा 419/420/406/468/471/120बी के तहत मामला दर्ज हुआ. श्री बनर्जी ने अपनी शिकायत में बताया कि इंस्टाग्राम पर सर्फिंग के दौरान उन्होंने एक ट्रेडिंग सह निवेश समूह को देखा, जो अपने निवेशकों को कम समय में निवेश की गयी राशि पर अच्छा रिटर्न देने का वादा करके खुद को प्रचारित कर रहा था. श्री बनर्जी ने उनके व्हाट्सऐप नंबरों पर संपर्क किया. जिसके बाद उनलोगों ने श्री बनर्जी को व्हाट्सऐप लिंक के माध्यम से जेपीएमसीबी क्लब नम्बर डी 104 में शामिल होने का निर्देश दिया. जिसमें पूरे भारत से 148 लोग जुड़े थे और वे ग्रुप के सलाहकारों के उत्पादों पर पैसा निवेश करके तथाकथित तौर पर अच्छा रिटर्न पा रहे थे. जिसके बाद श्री बनर्जी को विभिन्न बैंक खातों में राशि भेजकर उनकी विभिन्न योजनाओं में पैसा निवेश करने को कहा गया. उन्होंने सात ट्रांजेक्शन में कुल 45 लाख रुपये उनके खातों में ट्रांसफर किया. जब निवेश का पैसा निकालने की बारी आयी तो वह निकासी नहीं कर पाये और ग्रुप के किसी भी सदस्य से संपर्क कायम नहीं हो पाया, तब वह समझ गये कि वह साइबर ठगी का शिकार हो गये हैं.
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