आसनसोल. दुर्गापुर ए-जोन अशोक एवेन्यू इलाके की निवासी अमृता घटक ने कम समय में अधिक मुनाफा कमाने की लालच में साइबर ठगों के झांसे में आकर 45.70 लाख रुपये गंवा दिये. जबतक वह इस बात को समझती कि वह साइबर ठगों के चंगुल में फंसी हुई हैं, तबतक सारा कुछ समाप्त हो चुका था. उन्होंने इसकी शिकायत साइबर क्राइम थाने में दर्ज करायी. उनकी शिकायत के आधार पर आइपीसी की धारा 419/420/406/120बी के तहत प्राथमिकी दर्ज हुई. गौरतलब है कि ट्रेडिंग और शेयर बाजार में निवेश के जरिये कम समय में अधिक मुनाफा का लालच देकर साइबर ठगों के लूटने का फॉर्मूला काफी कारगर साबित हो रहा है. इस फॉर्मूले में साइबर ठग एकबार में ही एक करोड़ रुपये तक उड़ा ले रहे हैं. इसमें लोग लालच में आकर खुद उनके जाल में फंस जाते हैं. दुर्गापुर की अमृता घटक ने अपनी शिकायत में बताया कि 25 मई 2024 को व्हाट्सऐप ग्रुप मोतीलाल ओसवाल स्ट्रैटजी ग्रूप एम-29 और वाई-1 मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेस के संपर्क में वह आयीं. जहां उन्हें कम समय में अधिक मुनाफा पाने का बेहतर ऑफर मिला और उन्हें निवेश करने को कहा गया. उन्हें आठ मोबाइल नंबरों से समय-समय पर सामान्य कॉल और व्हाट्सऐप कॉल करके निवेश पर अच्छी राशि लौटाने का प्रलोभन दिया गया और विभिन्न बैंक खातों में पैसा भेजने को कहा गया. श्रीमती घटक उनके झांसे में आ गयीं और 29 मई 2024 से 13 जून 2024 के बीच 45.70 लाख रुपये साइबर ठगों द्वारा बताये खातों में भेज दिया. कुछ दिनों बाद जब श्रीमती घटक ने निवेश की अपनी मूल राशि और मुनाफा निकालने का प्रयास किया तो वह विफल हो गयीं. बाद में उन्होंने उनलोगों से संपर्क किया तब वे पैसे वापस देने के लिए अलग -अलग शुल्क और फीस की मांग करने लगे. इसके बाद वह समझ गयीं कि वह साइबर अपराधियों के चंगुल में फंस चुकी हैं. जिसके बाद उन्होंने शिकायत दर्ज करायी.
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