संवाददाता, बैरकपुर
बेलघरिया के रथतला में बैरकपुर के व्यवसायी अजय मंडल की कार पर फायरिंग मामले में शामिल मुख्य शूटर उत्तम प्रसाद को आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. इसी के साथ पुलिस ने मामले की जांच पूरी कर लेने का दावा किया है. उत्तम, झारखंड के डाल्टनगंज के चयनपुर थाना इलाके का रहने वाला है. बैरकपुर पुलिस कमिश्नरेट की विशेष टीम ने उसे मध्य प्रदेश के जबलपुर से गिरफ्तार किया है. सोमवार को उसे बैरकपुर कोर्ट में पेश किया गया,जहां अदालत ने उसे 10 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया. उत्तम की गिरफ्तारी के बाद मामले में गिरफ्तार आरोपियों की संख्या आठ हो यी है. घटना में चार अन्य लोग शामिल हैं. वे फिलहाल दूसरे राज्यों की जेल की हिरासत में हैं. जानकारी है कि बैरकपुर पुलिस कमिश्नरेट उन्हें जल्द ही अपनी हिरासत में ले लेगी.
घटना के पीछे गैंगस्टर सुबोध सिंह का है हाथ : सीपी
बैरकपुर कमिश्नरेट के पुलिस कमिश्नर आलोक राजोरिया ने सोमवार को प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि कारोबारी की कार पर फायरिंग के बाद बिहार के समस्तीपुर से तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था. घटना के अगले दिन उन्होंने व्यवसायी अजय मंडल को फोन कर धमकी दी थी. फिर अल्ताफ राजा और साहिल सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया. उनसे पूछताछ करने पर पता चला कि रोशन यादव के आदेश पर वे बिहार से दो बाइक,आग्नेयास्त्र और अन्य हथियार लाये थे. रौशन को भी बिहार के बेउर जेल से लाया गया है. उन्होंने कथित तौर पर अजय मंडल और एक अन्य व्यवसायी तापस भक्त को धमकी दी थी. सीपी ने बताया कि मामले में सुबोध सिंह को भी बेउर जेल से लाकर पूछताछ की गयी, तो पता चला कि उन्होंने पूरी घटना को अंजाम दिया है. मकसद बिजनेस मैन को धमकाकर पैसा लेना था.
पूछताछ में पता चला कि उत्तम प्रसाद के पास तीन आग्नेयास्त्र थे. बाइक डाल्टनगंज निवासी रिशू कुमार पांडे चला रहा था. पुलिस ने चेकिंग के दौरान उसे आग्नेयास्त्र के साथ झारखंड से गिरफ्तार कर लिया. वह फिलहाल जेल में हैं. उसे भी लाया जायेगा. दो अन्य लोग दूसरी बाइक से आये. इनके नाम विवेक और पंकज शर्मा हैं. दोनों डाल्टनगंज थाना क्षेत्र में रहते हैं. शशि भूषण प्रसाद नाम का एक और व्यक्ति भी शामिल है.
बताया गया कि 28 जून को रांची में एक आभूषण की दुकान से करीब डेढ़ करोड़ रुपये की लूट हुई थी. ये तीनों उस डकैती के मामले में फिलहाल रांची जेल में हैं. इन्हें लाने की प्रक्रिया भी शुरू हो गयी है. अजय मंडल की कार पर फायरिंग करने से पहले सभी आरोपी बाली थाना क्षेत्र में एक मकान में किराये पर रह रहे थे. वहां बिल्ला नाम का एक व्यक्ति रहता था, जो खाना बनाने का काम करता था. इसी के साथ पुलिस ने मामले की जांच पूरी करने का दावा किय़ा है.
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