कोलकाता. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के अल्पसंख्यकों को गुमराह किया. वह सीएए का शुरू से विरोध कर रही थीं, लेकिन अंत में वह आरएसएस के निर्देश पर इसे मानने को तैयार हो गयी हैं. ये बातें माकपा के वरिष्ठ नेता विकास रंजन भट्टाचार्य ने कहीं. वह मंगलवार को कोलकाता प्रेस क्लब में ‘संविधान की रक्षा और मताधिकार का जिम्मेदारी से प्रयोग’ विषय पर आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे थे. मौके पर मीडियाकर्मियों से बातचीत में भट्टाचार्य ने कहा कि 2011 के बाद से ही बंगाल में महिलाओं का सम्मान नहीं है. दुष्कर्म से लेकर बाल विवाह के मामले बढ़े हैं. भाजपा और तृणमूल महिलाओं का सम्मान नहीं करती हैं. चुनाव में कहीं-कहीं छिटपुट हिंसा को लेकर उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने आंख बंद कर ली है. कई जगहों पर मतदान के दिन अल्पसंख्यकों को बाहर कर दिया गया. मौके पर शमिक भट्टाचार्य, कांग्रेस नेता अब्दुल मन्नान, फिल्म निर्देशक अनिक दत्ता, गवर्नमेंट आर्ट्स कॉलेज की पूर्व प्रिंसिपल प्रोफेसर दीपाली भट्टाचार्य आदि थे.
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