तेरा-मेरा की राजनीति बंद करें ममता : स्मृति ईरानी
कहा- पीड़ित परिवार को मुआवजा नहीं, न्याय चाहिए
कोलकाता. आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में ट्रेनी महिला डॉक्टर की हत्या को लेकर भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा है. शुक्रवार को महानगर में संवाददाताओं सम्मेलन को संबोधित करते स्मृति ईरानी ने कहा कि ममता बनर्जी को तेरा-मेरा की राजनीति बंद करनी चाहिए. ममता सरकार घटना को लेकर राजनीति करने की बजाय महिला डॉक्टर को इंसाफ दिलाने के लिए काम करें. श्रीमती ईरानी ने कहा कि परिवार को मुआवजा नहीं न्याय चाहिए. उन्होंने कहा कि जब सब कुछ ममता बनर्जी हैं, तो प्रदर्शन कैसा? इसके अलावा उन्होंने कहा कि पुलिस ने मामले में लीपापोती को कोशिश क्यों की? पूर्व केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कोलकाता अस्पताल में छात्रा के साथ रेप कर हत्या के मामले में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी की आलोचना की. स्मृति ईरानी ने राज्य की कानून व्यवस्था की आलोचना करते हुए पूछा, “वह किसके खिलाफ विरोध कर रही हैं, खुद के खिलाफ?” भाजपा नेता ने सवाल किया कि पीड़िता की मदद के लिए कोई आगे क्यों नहीं आया. उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या उस फ्लोर पर किसी ने उस महिला की चीख नहीं सुनी? मीडिया रिपोर्ट्स से यह भी पता चला है कि उस महिला में 150 मिलीग्राम वीर्य पाया गया था. क्या यह एक बलात्कारी का काम है? क्या यह संभव था कि एक व्यक्ति उस महिला का बलात्कार कर रहा था, उसके पैर तोड़ रहा था, उसके हाथ तोड़ रहा था, उसकी आंखें निकाल रहा था, उसके पेट पर वार कर रहा था और वह महिला चीख रही थी और किसी ने उसकी आवाज नहीं सुनी? और यह पूरा कृत्य एक बलात्कारी ने अकेले किया? श्रीमती ईरानी ने सवाल उठाया कि उस अधिकारी के खिलाफ अब तक क्या कार्रवाई की गयी, जिसने इस महिला के माता-पिता को फोन करके बताया कि लड़की ने आत्महत्या कर ली है? उस अधिकारी को किसने निर्देश दिया कि वह लड़की के माता-पिता को बताये कि यह आत्महत्या है? स्मृति ईरानी ने कहा कि अगर अफसर ने किसी के इशारे पर फोन किया तो वह व्यक्ति कौन है? उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारियों पर पुलिस हमला करती है और पुलिस को पता नहीं चलता है. यह कैसे संभव है कि गुंडे आकर अस्पताल में तोड़फोड़ करते हैं और वह भी घटनास्थल के आसपास. वहां मौजूद पुलिसकर्मी मूकदर्शन बने हुए थे.
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