घुसपैठियों की मदद करना चाहती हैं ममता बनर्जी : रविशंकर प्रसाद

पार्टी ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी का यह बयान राज्य में घुसपैठ को न्यायोचित ठहराने वाला है. भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने यहां संवाददाताओं से कहा कि भारत की एकता और अखंडता को कमजोर करने के किसी भी प्रयास को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा.

By Prabhat Khabar News Desk | July 23, 2024 2:09 AM

संवाददाता, कोलकाता

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के उस बयान की आलोचना की, जिसमें उन्होंने कहा था कि वह बांग्लादेश में संकट में फंसे लोगों को आश्रय देने को तैयार हैं. पार्टी ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी का यह बयान राज्य में घुसपैठ को न्यायोचित ठहराने वाला है. भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने यहां संवाददाताओं से कहा कि भारत की एकता और अखंडता को कमजोर करने के किसी भी प्रयास को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. उन्होंने ममता की उस कथित टिप्पणी के लिए उन पर निशाना साधा, जिसमें उन्होंने कहा था कि वह चाहती हैं कि बांग्लादेश भारत के साथ अच्छे संबंध रखे. उन्होंने सवाल किया कि उनके (ममता के) इस बयान का क्या मतलब है? उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल भारत का हिस्सा है.

गौरतलब है कि रविवार को महानगर में एक रैली में ममता बनर्जी ने कहा था कि बांग्लादेश में बढ़ती हिंसा के मद्देनजर वह पड़ोसी देश से परेशान लोगों के लिए अपने राज्य के दरवाजे खुले रखेंगी और उन्हें शरण देंगी.

इस पर भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि ऐसे मुद्दे पूरी तरह से भारत सरकार के अधिकार क्षेत्र में हैं. उन्होंने यह भी याद दिलाया कि यह केंद्र सरकार ही थी, जिसने 1971 के युद्ध के बाद बांग्लादेशियों को शरण देने का फैसला किया था. उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के नेता पड़ोसी देशों में धार्मिक उत्पीड़न के कारण अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने के लिए संशोधित नागरिकता कानून का कड़ा विरोध करते रहे हैं, लेकिन ममता घुसपैठियों की मदद करना चाहती हैं.

भाजपा नेता ने ममता बनर्जी पर घुसपैठ को सही ठहराने की कोशिश करने और पश्चिम बंगाल की जनसांख्यिकी बदलने का आरोप लगाते हुए दावा किया कि राज्य में तीन मुस्लिम बहुल जिले हुआ करते थे, लेकिन यह संख्या बढ़कर अब नौ हो गयी है. उन्होंने दावा किया कि बांग्लादेश से लोगों के आने के कारण कोलकाता की जनसांख्यिकी भी बदल रही है और आतंकवाद के मामलों में कई आरोपी राज्य में शरण पाते हैं. उन्होंने भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सदस्यों का जिक्र करते हुए कहा कि जो राष्ट्रवाद के लिए खड़े होते हैं, उन्हें हिंसक हमलों का सामना करना पड़ता है.

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