टावर के नाम पर धोखाधड़ी के मामले में मास्टर माइंड अरेस्ट
विधाननगर पुलिस कमिश्नरेट अंतर्गत साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने मोबाइल टावर लगाने के नाम पर करोड़ों की धोखाधड़ी के एक मामले के मास्टर माइंड को गिरफ्तार किया है.
संवाददाता, कोलकाता
विधाननगर पुलिस कमिश्नरेट अंतर्गत साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने मोबाइल टावर लगाने के नाम पर करोड़ों की धोखाधड़ी के एक मामले के मास्टर माइंड को गिरफ्तार किया है. उसका नाम मनोज कुमार चटर्जी (29) है. मामले में पहले ही 13 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
जानकारी के अनुसार, एयरपोर्ट के कैखाली लेन निवासी धर्मदेव मंडल ने साइबर क्राइम थाने में लिखित शिकायत दर्ज करायी कि जालसाजों के एक समूह ने खुद को दूरसंचार सेवा कंपनी का प्रतिनिधि बताकर उनकी जमीन पर मोबाइल टावर लगाने के नाम मोटी रकम और नौकरी देने झांसा देकर टावर के लिए प्रोसेसिंग फीस के तौर पर 2.6 करोड़ रुपये जमा करने को कहा गया. झांसे में आकर व्यक्ति ने रुपये जमा कर दिये. इसके बाद फिर से जालसाजों ने रुपये मांगे. ठगी का एहसास होने पर उसने तुरंत विधाननगर साइबर क्राइम थाने में लिखित शिकायत दर्ज करायी.
विधाननगर पुलिस कमिश्नरेट की एसीपी (डीडी) संबिती चक्रवर्ती के नेतृत्व में साइबर क्राइम थाने की पुलिस की टीम ने मामले की जांच शुरू की. फिर सबसे पहले निरूपम मुखर्जी नामक एक व्यक्ति को राजारहाट से गिरफ्तार किया गया. फिर उससे पूछताछ के बाद और 12 लोगों की गिरफ्तारियां हुईं. अब गुरुवार को मास्टर माइंड मनोज को गिरफ्तार किया गया है.
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