आसनसोल.
आसनसोल नगर निगम ने बुधवार को बोर्ड मीटिंग में बड़ा निर्णय लिया. विधायक और सांसद को इलाके के विकास करने को लेकर सालाना मिलने वाले फंड की तर्ज पर ही नगर निगम अपने पार्षदों को उनके इलाके के विकास के लिए सालाना 30 लाख रुपये मुहैया करायेगा. 30 लाख रुपये का विकास कार्य पार्षद अपने क्षेत्र में अपने हिसाब से कर सकते हैं. इसके लिए किसी की मंजूरी की कोई जरूरत नहीं होगी. पार्षद कार्य की सूची तैयार करके भेजेंगे और निगम से कार्य का टेंडर जारी हो जायेगा. पहली बार इस तरह के फैसले को लेकर सभी पार्षद काफी उत्साहित हैं. मेयर विधान उपाध्याय ने कहा कि एक अगस्त 2024 से यह निर्णय लागू कर दिया जायेगा. इससे पूरे नगर निगम क्षेत्र में समान रूप से विकास का कार्य होगा. पार्षद अपने क्षेत्र में प्राथमिकता के आधार कोई भी कार्य कर सकते हैं. हालांकि इसके लिए फंड नगर निगम कहां से लायोगा, इसे लेकर वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि नगर निगम का अपना फंड और कुछ सरकारी जनरल फंड का उपयोग किया जायेगा. आसनसोल नगर निगम ने बुधवार को बोर्ड मीटिंग में चौंकाने वाला निर्णय ले लिया.जिसके बाद पार्षदों के चेहरे खिल उठे. अब पार्षदों को छोटे-छोटे कार्यों को लेकर निगम का चक्कर लगाने की जरूरत नहीं होगी. साल में 30 लाख रुपये तक का काम वह अपने इलाके में अपनी मर्जी से कर पायेंगे. मेयर श्री उपाध्याय ने कहा कि विधायक को अपने इलाके के विकास के लिए सालाना 70 लाख रुपये मिलते हैं और सांसद को अपने इलाके के विकास के लिए सालाना पांच करोड़ रुपये मिलते हैं. इसी तर्ज पर नगर निगम के पार्षद को अपने इलाके के विकास के लिए सालाना 30 लाख रुपये आवंटित करने का निर्णय हुआ है.
एक पार्षद अपने इलाके में स्वाधीन होकर वर्ष में 30 लाख रुपये का कार्य अपने हिसाब से कर सकेंगे. इसके अलावा सरकार से जो भी फंड आता है, उससे भी उनके इलाके में विकास कार्य होगा. मेयर ने कहा कि डेंगू को लेकर निगम युद्ध स्तर पर कार्य कर रहा है. आसनसोल फुटपाथ पर कब्जे को हटाने को लेकर भी कार्य चल रहा है. इनके लिए भी पांच करोड़ रुपये का एक पैकेज तैयार किया गया है. दुर्गापूजा के बाद इसपर कार्रवाई होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है