आरजी कर की घटना के खिलाफ पुरुलिया मेडिकल कॉलेज के विद्यार्थियों का प्रतिवाद
आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म व हत्या की घटना के खिलाफ मामले से जुड़े सभी अपराधियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग करते हुए मंगलवार सुबह से ही पुरुलिया देवेन महतो गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल के हांतुआरा कैंपस के मुख्य प्रवेश द्वार पर ताला बंद कर मेडिकल विद्यार्थियों ने प्रदर्शन किया.
पुरुलिया.
आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म व हत्या की घटना के खिलाफ मामले से जुड़े सभी अपराधियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग करते हुए मंगलवार सुबह से ही पुरुलिया देवेन महतो गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल के हांतुआरा कैंपस के मुख्य प्रवेश द्वार पर ताला बंद कर मेडिकल विद्यार्थियों ने प्रदर्शन किया. इस दिन विद्यार्थियों के आंदोलन की वजह से आउटडोर परिसेवा पूरी तरह से बंद हो गयी. हालांकि इनडोर परिसेवा सीनियर डॉक्टरों ने स्वाभाविक रखी. आंदोलनकारी विद्यार्थियों ने कहा कि आरजी कर में हुई घटना अत्यंत निंदनीय है. सभी दोषियों को जल्द गिरप्तार करना होगा और उन्हें कड़ी सजा देनी होगी. साथ ही उन्होंने दावा किया पुरुलिया गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज के दो कैंपस होने के कारण आए दिन मेडिकल विद्यार्थियों को रात हो या दिन सात किलोमीटर का फासला तय करना पड़ता है.इस दौरान विद्यार्थी के लिए सुरक्षा व्यवस्था मौजूद नहीं होती. उनकी मांग है कि पुरुलिया शहर में स्थित देवेन महतो मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सभी यूनिटों को हांतुआरा कैंपस में स्थानांतरित कर दिया जाये और पूरे मेडिकल कॉलेज परिसर में अधिक से अधिक सीसीटीवी लगाये जायें ताकि आपराधिक गतिविधियों पर तुरंत काबू पाया जा सके. इस दिन विद्यार्थी अपनी मांगों को लेकर मेडिकल कॉलेज के मुख्य प्रवेश द्वार के सामने अनशन पर भी बैठ गये. इस दौरान कुछ मरीजों तथा उनके अभिभावकों के साथ उनकी बहस भी हुई. हालांकि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बड़ी संख्या में यहां पुलिस की तैनाती थी.
कॉलेज के एमएसवीवी डॉ सुकमल बिशाय ने कहा कि विद्यार्थियों की मांग जायज है. जल्द से जल्द पुरुलिया शहर में स्थित मेडिकल कॉलेज की दूसरी यूनिट को यहां स्थानांतरित करने की प्रक्रिया आरंभ कर दी जायेगी. हालांकि इसमें कुछ समय लगेगा एवं पूरी प्रक्रिया के लिए स्वास्थ्य विभाग की अनुमति भी चाहिए. सीसीटीवी की संख्या बढ़ायी जा रही है. सीसीटीवी लगाने का कार्य भी आरंभ कर दिया गया है. आंदोलनकारी विद्यार्थियों ने कहा लिखित आश्वासन मिलते ही वे अपना आंदोलन वापस ले लेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है