प्रेस काॅन्फ्रेंस कर अपनी गलती स्वीकारे मेट्रो : निगम

तारक सिंह ने कहा कि जांच में यह साबित हो चुका है कि मेट्रो के गार्डवाल के क्षतिग्रस्त होने की वजह से लीकेज हुई.

By Prabhat Khabar News Desk | June 14, 2024 1:48 AM

पार्क स्ट्रीट मेट्रो स्टेशन के भीतर पानी भर जाने का है मामला

कोलकाता. चक्रवात ‘रेमाल’ के कारण 26 मई की रात से 27 मई तक कोलकाता में भारी बारिश हुई थी. इस कारण कोलकाता में एक अनोखी तस्वीर देखने को मिली थी. पार्क स्ट्रीट मेट्रो स्टेशन के भीतर बारिश के पानी से भर गया था. इसके चलते कुछ देर के लिए मेट्रो सेवाएं रोकनी पड़ीं थीं. इस घटना को लेकर मेट्रो रेलवे ने कोलकाता नगर निगम के सीवरेज व ड्रेनेज विभाग के कामकाज पर सवाल उठाया था.

मेट्रो द्वारा निगम के कामकाज पर सवाल खड़े किये जाने के बाद निगम द्वारा 10 जून को पार्क स्ट्रीट मेट्रो स्टेशन की जांच क गयी है. इसके लिए निगम और मेट्रो रेल के अधिकारियों ने ज्वाइंट इंस्पेक्शन किया है. जांच में निगम को पता चला है कि मेट्रो टनल में जलजमाव के लिए निगम कहीं से भी जिम्मेवार नहीं हैं. मेट्रो रेलवे गार्डवाल में लीकेज के कारण पार्क स्ट्रीट मेट्रो स्टेशन के टनल में पानी भरा था. यह जानकारी निगम के ड्रेनेज विभाग के मेयर परिषद के सदस्य तारक सिंह ने दी. उन्होंने गुरुवार को निगम में संवाददाता सम्मेलन कर बताया कि पूरे मामले की जांच के लिए एक टीम का गठन किया गया था. इस टीम में निगम के डायरेक्टर जनरल (डीजी) सिविल, सीवरेज व ड्रेनेज विभाग के बोरो छह एवं सात के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर इसके साथ ही मेट्रो रेल के सीनियर डिविजनल इंजीनियर व अन्य आला अधिकारियों को शामिल किया गया था. श्री सिंह ने बताया कि जांच में हमने पाया है कि पार्क स्ट्रीट मेट्रो स्टेशन के सामने निगम का एक मैनहोल है, जो पूरी तरह से खाली है.

उन्होंने बताया कि मेट्रो रेल के गार्डवाल में दरारें देखी गयी हैं. इन दरारों की वजह से ही बारिश का पानी मेट्रो टनल में भरा था. उन्होंने बताया कि गार्डवाल की दरारों की मरम्मत मेट्रो रेलवे द्वारा करायी जा रही है. पर इस घटना के बाद मेट्रो अधिकारियों ने बगैर जांच किये बयान दिया था कि निगम की गलतियों के कारण मेट्रो टनल में पानी भरा है.

उनके इस बयान ने निगम की छवि धूमिल हुई है. तारक सिंह ने कहा कि जांच में यह साबित हो चुका है कि मेट्रो के गार्डवाल के क्षतिग्रस्त होने की वजह से लीकेज हुई. उन्होंने कहा कि मेट्रो ने जिस तरह से संवाददाता सम्मेलन कर निगम पर आरोप लगाया था, अब उसी तरह प्रेस कांफ्रेंस कर यह बताये कि जलजमाव के लिए निगम जिम्मेवार नहीं है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मेट्रो अगर चाहे, तो निगम के इंजीनियर गार्डवाल की मरम्मत एवं तकनीकी मदद कर सकते हैं.

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