पश्चिम बंगाल के मंत्री व तृणमूल कांग्रेस के विधायक ज्योतिप्रिय मल्लिक (Jyotipriya Mallik) करीब एक महीने तक जेल में थे. इस बीच, उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद फिलहाल उनका एसएसकेएम में इलाज चल रहा है. बैंकशाल कोर्ट ने पिछले महीने नवंबर में उन्हें जेल भेजने का आदेश दिया था. उस फैसले का विरोध करते हुए राशन भ्रष्टाचार में आरोपी मंत्री ने कलकत्ता हाइकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. उनका दावा है कि वह अपने परिजनों से नहीं मिल पा रहे हैं. इस बीच, मंगलवार को इडी ने राशन भ्रष्टाचार मामले में आरोप पत्र दाखिल किया, जिसमें ज्योतिप्रिय के खिलाफ कई विस्फोटक आरोप हैं.
उल्लेखनीय है कि कुछ हफ्ते पहले अचानक तबीयत खराब होने पर ज्योतिप्रिय मल्लिक को एसएसकेएम अस्पताल ले जाया गया था. बाद में रक्तचाप बहुत कम हो जाने के कारण उन्हें आइसीयू में स्थानांतरित कर दिया गया. तब से वह एसएसकेएम में भर्ती हैं. अस्पताल में उन्हें कड़ी निगरानी में रखा गया है. उनके केबिन के बाहर सीसीटीवी लगा हुआ है. ऐसे में इडी इस बात पर नजर रख रही है कि मंत्री से कौन-कौन मिलने आ रहा है. इस बीच, ज्योतिप्रिय मल्लिक ने कोर्ट में याचिका दायर कर कहा है कि वह बीमार हैं. इस स्थिति में भी उनके परिजन उनसे नहीं मिल पा रहे हैं. हाइकोर्ट ने याचिका स्वीकार कर ली है. आज इस मामले पर होगी सुनवाई.
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