हॉस्पिटल में बनेगा मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर

रेल कार्मिकों का जटिल ऑपरेशन करना होगा आसान, 50 लाख रुपये से अधिक का होगा खर्च

By Prabhat Khabar News Desk | August 8, 2024 1:08 AM

राम कुमार, आसनसोल

आसनसोल मंडल रेल हॉस्पिटल में 1968 से पुराना ऑपरेशन थिएटर चल रहा है. अब इस ऑपरेशन थिएटर को मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर बनाया जा रहा है. मॉड्यूलर ओटी बन जाने से विभिन्न प्रकार के जटिल ऑपरेशन आसानी से और कम समय में हो सकेंगे. संभावना जताई जा रही है कि दुर्गा पूजा से पहले यह चालू हो जायेगा. मंडल रेल प्रबंधक चेतनानंद सिंह की पहल पर मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर बनाया जा रहा है.

उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन थिएटर के बन जाने से रेल कर्मचारियों का जटिल से जटिल ऑपरेशन जल्द हो सकेगा. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मॉड्यूलर ओटी बनाने के लिए मुख्यालय में प्रपोजल दिया गया था. बजट ज्यादा हो जाने के कारण इसे रेल बोर्ड के स्वास्थ्य विभाग के पास भेजा गया था. स्वास्थ्य विभाग से निर्देश दिया गया कि इसे रेल हॉस्पिटल में जल्द से जल्द बनाया जाये. इसमें 50 लाख रुपये से अधिक का खर्च हो सकता है.

मॉड्यूलर ओटी क्या है

आम ऑपरेशन थिएटर में समूचे ओटी रूम को एक बड़े यूनिट के तौर पर बनाया जाता है जहां जरूरी उपकरण और सुविधाएं जैसे कि लैमिनर एयरफ्लो, लाइटिंग और स्क्रब एरिया एक ही रूम में होते हैं. वहीं मॉड्यूलर ओटी में ओटी रूम को विभिन्न मॉड्यूल सेगमेंट में विभक्त किया जाता है जो एक विशिष्ट कार्य करते हैं.

इन मॉड्यूलर ओटी को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार बनाया जाता है. जिनमें सर्जरी, ऑर्थोपेडिक, इएनटी, प्लास्टिक और न्यूरो विभाग के ऑपरेशन किये जाते हैं. मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर ऑपरेशन थियेटर की एक आधुनिक अवधारणा है, जहां मरीज को सर्वोत्तम संभव सर्जिकल देखभाल प्रदान करने के लिए सभी आधुनिक तकनीक पेश की जाती हैं. यह लैमिनर एयर फ्लो के साथ ओटी टेबल को कवर करता है, एएचयू और एचइपीए फिल्टर के माध्यम से ओटी के भीतर हवा को शुद्ध करता है. सर्जिकल देखभाल की गुणवत्ता पर कोई समझौता नहीं होता. मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की गाइडलाइन भी यही कहती है.

आसनसोल रेल मंडल अस्पताल में यह मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर अक्टूबर अंत तक बनकर तैयार हो जाने की संभावना है.

बढ़ेगी ऑपरेशनों की संख्या

इसमें गाइनोलॉजी, गॉल ब्लैडर, हर्निया, अपेंडिक्स आदि के ऑपरेशन आसानी से हो सकेंगे. इससे पहले पुराने ऑपरेशन थिएटर में महीने में ऐसे महज 40 से 50 ऑपरेशन हो पाते थे. लेकिन नये मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर के जरिये महीने में 120 तक ऑपरेशन हो सकेंगे.

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