पश्चिम बंगाल : हावड़ा कोर्ट ने मासूम की नृशंस हत्या के मामले में मां और प्रेमी को फांसी की सजा सुनाया

पश्चिम बंगाल : हावड़ा जीआरपी को खबर मिली कि गुंटूर जिले से एक मां और बच्चा लापता है. जांच अधिकारी सपन दास गुंटूर पहुंचे थे. स्थानीय थाने में बच्चे की तस्वीर को देखकर बच्चे के शव की शिनाख्त की गयी. पुलिस को पता चला कि बच्चे का पिता शेख रियाज है. फिर पुलिस ने हैदराबाद से हसीना को गिरफ्तार किया.

By Shinki Singh | February 29, 2024 5:50 PM

हावड़ा, मनाेरंजन सिंह : पश्चिम बंगाल में प्रेमी के साथ मिलकर अपने डेढ़ साल के मासूम बच्चे शेख जीशान अहमद की नृशंस हत्या करने के मामले में दोषी करार मां हसीना सुल्ताना और उसके प्रेमी भानु शॉ को गुरुवार को हावड़ा के फास्ट ट्रैक कोर्ट के जज संदीप चक्रवर्ती ने फांसी की सजा सुनाया. मालूम रहे कि मंगलवार को ही कोर्ट ने दोनों को दोषी करार दिया था. सरकारी वकील अरिंदम मुखर्जी ने प्रेस को बताया कि पुलिस की हिरासत में पूछताछ में हसीना और उसका प्रेमी भानू ने बताया है कि हसीना की शादी शेख रियाज से हुई थी. शादी के बाद ससुरालवालों से झगड़ा होने के कारण हसीना पति को लेकर मायके चली गयी थी. हसीना का मायके आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले में था. मायके में कुछ दिन बीतने के बाद हसीना ने एक बच्चे को जन्म दिया था, लेकिन पति से रिश्ता बिगड़ने के कारण उसने अपने पति को घर से निकाल दिया था.

आठ साल पहले मां ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर की थी अपने डेढ़ साल के बच्चे की नृशंस हत्या

इसके बाद हसीना का संबंध भानु शॉ से हुआ. गत 22 दिसंबर, 2015 को हसीना अपनी मां को बिना कुछ बताये डेढ़ साल के बेटे को लेकर घर से निकल गयी थी. वह प्रेमी भानु के साथ हैदराबाद पहुंची और किराये के घर में रहने लगी थी. बेटी और नाती के नहीं लौटने पर मां राशिदा बीवी ने स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज करायी थी, लेकिन दोनों का कोई पता नहीं चला था. प्रेमी भानु शॉ को हसीना का बेटा मंजूर नहीं था. 22 जनवरी, 2016 को दोनों ने बच्चे की हत्या की साजिश रच कर बच्चे को नींद की गोलियां पानी में मिलाकर बच्चे को पिलाया. बच्चे के बेहोश होने के बाद भानु ने चाकू से मार मार कर हत्या की. घटना 22 जनवरी 2016 को हुई थी.

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हावड़ा जीआरपी ने मामले की जांच शुरू की

बच्चे की मौत सुनिश्चित होने बाद अगले दिन 23 जनवरी 2016 को हसीना ने जीशान के शव को अपने ट्रैवल बैग में रख दिया था. इसके बाद भानू शॉ ने ट्रैवल बैग को ऑटो में लेकर सिंकदराबाद स्टेशन पहुंचा और वहां खड़ी फलकनामा एक्सप्रेस के सीट के नीचे रख दिया था. ट्रेन हावड़ा स्टेशन पहुंचने पर ट्रेन की तलाशी लेने के बाद रेल पुलिस को सीट के नीचे से एक बैग मिला था. बैग के अंदर बच्चे का शव मिला था. हावड़ा जीआरपी ने मामले की जांच शुरू की.

पुलिस ने हैदराबाद से हसीना को किया था गिरफ्तार

इसी बीच हावड़ा जीआरपी को खबर मिली कि गुंटूर जिले से एक मां और बच्चा लापता है. जांच अधिकारी सपन दास गुंटूर पहुंचे थे. स्थानीय थाने में बच्चे की तस्वीर को देखकर बच्चे के शव की शिनाख्त की गयी. पुलिस को पता चला कि बच्चे का पिता शेख रियाज है. पुलिस ने शेख रियाज को खोज निकाला गया. इसके बाद पुलिस राशिदा बीवी के घर पहुंची. पुलिस को पता चला कि हसीना हैदराबाद में रह रही है. फिर पुलिस ने हैदराबाद से हसीना को गिरफ्तार किया. हसीना को गिरफ्तार करने के बाद भानु को भी गिरफ्तार किया गया. लंबे समय तक मामला चलने के बाद अंतत: कोर्ट ने दोनों को दोषी करार देते हुए फांसी की सजा सुनाया.

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