रानीगंज.
तीराट ग्राम पंचायत के सदस्य सुशांति हांसदा ने ग्रामीणों के साथ मिलकर तीराट ग्राम के पंचायत प्रधान के खिलाफ जोरदार आंदोलन कर तीराट पंचायत कार्यालय का गेट बंद कर करीब दो घंटे तक धरना दिया. इस विरोध प्रदर्शन में उसका साथ जिला परिषद के सदस्य सुबीर बनर्जी ने भी दिया. उन्होंने गुरुवार को पंचायत कार्यालय का घेराव किया और आरोप लगाया तीराट ग्राम पंचायत प्रधान अपना प्रभुत्व दिखाने के लिए बीते एक वर्ष पूर्व एक्सीडेंट में मारे गये युवक के पत्नी को मृत्यु प्रमाण पत्र देने के लिए बीते सात दिनों से टरका रहे हैं. मृतक की पत्नी का सिर्फ इतना ही अपराध है कि पंचायत कार्यालय के दिन के डेढ़ बजे तक बंद होने के कारण रानीगंज के बीडीओ को फोन करके इसकी शिकायत की थी. पंचायत सदस्य ने मनमर्जी तरीके से पंचायत कार्यालय खोलने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि कई मामलों में नागरिकों को पंचायत की विभिन्न सुविधाओं से वंचित किया जा रहा है. पंचायत द्वारा प्रमाण पत्र देने में लापरवाही बरतने, रेसिडेंशियल प्रमाण पत्र, बर्निग प्रमाण पत्र देने में आनाकानी करने का आरोप लगाया. यह आरोप लगाते हुए बड़ी संख्या में लोग पंचायत कार्यालय के सामने एकत्र हुए और विरोध प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि पंचायत प्रमुख निजी कारणों से अहंकार के कारण कुछ क्षेत्रों के लोगों को सेवाओं से वंचित करना चाहते हैं. इस विरोध प्रदर्शन में जिला परिषद सदस्य सुबीर बनर्जी ने कहा कि बीते एक वर्ष पूर्व रेल लाइन पार करने के क्रम में अंचल के 22 वर्षीय युवक अभित कुमार को सिर और पैर में चोट लगी थी. उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल ले ले जाया गया था. जहां उसके बिगड़ती हालत को देखते हुए उसे बर्दवान मेडिकल कॉलेज में रेफर किया गया था. बर्दवान ले जाने के लिए एंबुलेंस में उसे चढ़ाने के दौरान ही उसकी मौत हो गयी. इसके बाद शब का पोस्टमार्टम हुआ. गत एक अप्रैल को आसनसोल के साउथ थाने ने उसका पोस्टमार्टम रिपोर्ट मृतका के पत्नी इशा भारती को प्रदान किया था. लेकिन मृतक की किसी मामले में कोर्ट में गवाही होने के कारण नीमचा पुलिस फांड़ी उसके परिवार को बार-बार डेथ सर्टिफिकेट एवं बर्निंग सर्टिफिकेट कोर्ट में प्रस्तुत करने के लिए दबाव डाल रही है. जिसे लेकर ही मृतक की पत्नी ने सात दिन पहले तीराट ग्राम पंचायत प्रधान कार्यालय में प्रधान के पास बर्निंग सर्टिफिकेट का आवेदन किया था. लेकिन बर्निंग सर्टिफिकेट देने में टालमटोल किया जा रहा है. 16 मई को 10:30 बजे इंक्वायरी करने की बात की गई थी जिसके आधार पर ही अंचल के कई ग्राम पंचायत सदस्य तथा अंचल के काफी संख्या में नागरिकों ने उपस्थित होकर विरोध प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि मृतक की पत्नी बीए सेकंड ईयर की स्टूडेंट है. उसकी परीक्षा होने के बावजूद भी वह अपने पति का बर्निंग सर्टिफिकेट लेने के लिए यहां घंटों मौजूद रही. हालांकि इस विरोध प्रदर्शन को देखते हुए पंचायत प्रधान ने बर्निंग सर्टिफिकेट प्रदान कर दिया. लेकिन लोगों का इस दौरान पंचायत के विरोध में आक्रोश फूट पड़ा. उन्होंने पंचायत प्रधान पर नागरिक परिसेवा प्रदान करने में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया और नारेबाजी की. दूसरी और पंचायत प्रधान शिवदास उर्फ संतोष चट्टोपाध्याय ने सभी आरोपों को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि सभी पंचायत सदस्यों के सहयोग से हर मामले में नियमानुसार कार्रवाई की जाती है. उन्होंने दावा किया कि पिछले कुछ दिनों में कई कारणों से उन्हें असुविधा का सामना करना पड़ा, लेकिन उन सभी मुद्दों पर काबू पाने के बाद, पंचायत की गतिविधियां फिर से सामान्य हो गयीं. किसी भी आम आदमी को वंचित नहीं किया जायेगा और हर मामले में त्वरित निर्णय लिया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है