कोलकाता. अतिरिक्त खर्च को कम करने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सरकारी अधिकारियों को हिदायत दी है. सीएम की हिदायत पर राज्य सचिवालय नबान्न की ओर से पहल भी शुरू कर दी गयी है. नबान्न में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का कार्यालय भी हैं. इसके अलावा कई महत्वपूर्ण विभाग है. सचिवालय में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी भी बैठते हैं. सचिवालय दिन में भी कृत्रिम रौशनी यानी लाइट के प्रकाश से जगमगाता रहता है, लेकिन मंगलवार को तस्वीर अचानक बदल गयी. इस दिन 12 मंजिला सचिवालय के सभी फ्लोर में लाइटें बंद रखी गयी थीं. दोपहर को भी लाइटें नहीं जलायी गयीं. ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा था कि सरकारी कार्यालयों में लाइटें जलती रहती हैं, पर कोई बंद नहीं करता. उन्होंने नबान्न के सभागार में एक सभा दौरान ये बातें कही थीं. उन्होंने कहा कि सरकारी बिजली बिल बढ़ता ही जा रहा है. उन्होंने पिछले गुरुवार को बिजली खपत को कम करने का आदेश दिया था. उन्होंने इस बात पर भी गुस्सा जताया कि सरकारी कर्मचारी बत्ती, पंखा, एसी चालू कर घर चले जाते हैं. ममता ने यह भी निर्देश दिया कि एसी 25 डिग्री से नीचे न चलाया जाये. उनके निर्देशों पर मंगलवार से ही सचिवालय में पहल की गयी है. उधर, मुख्यमंत्री की नाराजगी के बाद स्कूल शिक्षा विभाग समेत कई विभागों ने बिजली की इस बर्बादी को रोकने के लिए अलग-अलग दिशा-निर्देश जारी किया है.
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