कोलकाता.
पश्चिम बंगाल भाजपा प्रभारी सह बिहार के स्वास्थ्य व कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की साधना पर विपक्ष की आपत्ति को ‘खिसयानी बिल्ली खंभा नोचे’ की संज्ञा दी है. श्री पांडेय ने कहा कि दो दिन बाद लोस चुनाव का अंतिम चरण संपन्न होने वाला है, तो मुद्दाविहीन विपक्ष नया शिगूफा छोड़ पूजा-पाठ और ध्यान करने पर भी सियासत कर आचार संहिता उल्लंघन की दुहाई दे रहा है. विपक्ष हताशा में है कि पूर्ण बहुमत के साथ इस बार एनडीए हैट्रिक का रिकाॅर्ड बनाने जा रहा है. इसलिए विपक्ष अंतिम चरण में भी लोगों को भरमाने में कोई कोर-कसर छोड़ने से बाज नहीं आ रहा है. मंगल पांडेय ने कहा कि अंतिम चरण के मतदान से दो दिन पूर्व कांग्रेस समेत इंडी गठबंधन में शामिल पार्टियों को हार का अंदेशा हो गया है, इसलिए ये सनातन विरोधी अब एक सुर में पूजा-पाठ करने का विरोध करने लगे हैं. चार जून के बाद जब पूरा विपक्ष सौ का आंकड़ा पार नहीं कर सकेगा, तो हार का ठीकरा इवीएम पर फोड़ेगा. यह कोई नयी बात नहीं है. पिछले दो लोस चुनावों के अलावा जिन-जिन राज्यों में एनडीए की सरकार बनी, वहां-वहां विपक्ष ने खुद की हार के लिए इवीएम को जिम्मेवार ठहराया था, लेकिन जहां विपक्ष की सरकार बनती थी, वहां इवीएम में कोई दोष नहीं था. इसलिए विपक्ष को यह जान लेना चाहिए कि इवीएम में कोई दोष नहीं होता है. जनता का जनादेश सर्वोपरि होता है. विपक्ष कुछ भी कर ले, अंतिम चरण में भी देश की जनता का आशीर्वाद एनडीए को ही मिलने वाला है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है