आइआइटी छात्र की मौत के मामले में नया मोड़, किसी वस्तु से वार करने या गोली मारने की बात आयी सामने
आइआइटी खड़गपुर के छात्र फैजान अहमद की अस्वाभाविक मृत्यु के मामले में नया मोड़ सामने आया है.
संवाददाता, कोलकाता
आइआइटी खड़गपुर के छात्र फैजान अहमद की अस्वाभाविक मृत्यु के मामले में नया मोड़ सामने आया है. कलकत्ता हाइकोर्ट द्वारा नियुक्त एक फोरेंसिक विशेषज्ञ ने शनिवार को कहा कि असम के रहने वाले आइआइटी खड़गपुर के छात्र फैजान अहमद पर किसी वस्तु से हमला किया गया होगा और गोली मारी गयी होगी. फैजान अहमद का शव दो साल पहले उसके छात्रावास के कमरे में मिला था.
फोरेंसिक विशेषज्ञ डॉ एके गुप्ता ने कहा कि फुटेज की जांच से पता चला है कि छात्र के कान के नीचे चोट के निशान थे. उन्होंने अपने निष्कर्ष कलकत्ता उच्च न्यायालय और विशेष जांच दल (एसआइटी) को सौंपे हैं, जो 2022 में हुई छात्र की मौत की जांच कर रहा है. डॉ गुप्ता ने बताया कि शव की फुटेज के अनुसार, काफी खून जमा था और कान के नीचे जबड़े के पास चोट का निशान था, जिससे ऐसा जान पड़ता है कि किसी हथियार का इस्तेमाल किया गया होगा. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि छात्र की मौत के दो दिन बाद उसका शव मिला था.
उन्होंने कहा कि वह निष्कर्ष निकालने के लिए और भी फुटेज देखना चाहते हैं, लेकिन शव पर मौजूद निशानों से पता चलता है कि यह सामान्य मौत नहीं है. हो सकता है कि उस पर वार किया गया हो या गोली मारी गयी हो. वह मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रह हैं. डॉ गुप्ता ने कहा कि उन्होंने अपनी रिपोर्ट विशेष जांच दल (एसआइटी) और कलकत्ता उच्च न्यायालय को भेज दी है.
उन्होंने कहा कि अदालत द्वारा नियुक्त फोरेंसिक विशेषज्ञ के रूप में वह भविष्य में होने वाली सुनवाई में अपने विचार साझा करेंगे. क्योंकि यह एक सतत प्रक्रिया है. याचिकाकर्ता सलीम अहमद के वकील अनिरुद्ध मित्रा ने बताया कि इस मामले की सुनवाई अगले सप्ताह होने की संभावना है.
क्या है मामला : तीसरे वर्ष के छात्र फैजान अहमद के पिता ने 14 अक्तूबर, 2022 को छात्रावास के कमरे में अपने बेटे का शव मिलने के बाद उसकी मौत की जांच के लिए एसआइटी गठित करने का अनुरोध करते हुए उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था. करीब दो साल पहले आइआइटी खड़गपुर के छात्रावास में फैजान अहमद का सड़ा-गला शव मिला था.
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