राज्य में फ्लू का आतंक, पर स्वास्थ्य सचिव ने कहा : चिंता की कोई बात नहीं
राज्य में बर्ड फ्लू से दो बच्चों के संक्रमित होने की बात सामने आयी है. इस खबर के सामने आने के बाद राज्य के स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वरूप निगम और पशु संसाधन विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव विवेक कुमार ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन करते हुए यह आश्वासन दिया है कि राज्य में बर्ड फ्लू को लेकर कोई चिंता की बात नहीं है. स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है.
कोलकाता.
राज्य में बर्ड फ्लू से दो बच्चों के संक्रमित होने की बात सामने आयी है. इस खबर के सामने आने के बाद राज्य के स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वरूप निगम और पशु संसाधन विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव विवेक कुमार ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन करते हुए यह आश्वासन दिया है कि राज्य में बर्ड फ्लू को लेकर कोई चिंता की बात नहीं है. स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है. राज्य स्वास्थ्य विभाग में संवाददाता सम्मेलन करते हुए स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वरूप निगम ने बताया कि जनवरी से फरवरी के बीच कोलकाता और मालदा जिले के दो बच्चों में शरीर में बर्ड फ्लू यानी एच9एन2 वायरस स्ट्रेन पाये गये थे. लंबी चिकित्सा के बाद अब दोनों बच्चे स्वस्थ हैं. स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि कोलकाता में ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न से लौटा ढाई साल का बच्चा फरवरी के अंतिम सप्ताह में एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस (बर्ड फ्लू) से संक्रमित पाया गया था. वहीं, मालदा जिले के कालियाचक इलाके में चार साल का एक बच्चा इस इंफ्लूएंजा की चपेट में आ चुका है.स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि बच्चे को बुखार और पेट दर्द से साथ 26 जनवरी को मालदा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. अस्पताल में एक माह तक इलाज चला. मार्च में उसे कोलकाता नील रतन सरकार (एनआरएस) मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया गया. एनआरएस अस्पताल में बच्चे की सभी तरह की जांच की गयी. जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर बच्चे का सैंपल पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी को भेजा गया था. जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आयी थी. उन्होंने बताया कि मार्च व अप्रैल महीने में दोनों बच्चों के सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी भेजा गया था. स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि दोनों बच्चों के संपर्क में आये किसी भी व्यक्ति के शरीर में कोई वायरस नहीं पाया गया है.इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी के अध्ययन में भी मामलों में कोई वृद्धि नहीं पायी गयी है. उन्होंने बताया कि स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है. वहीं, स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि पोल्ट्री पक्षी जैसे मुर्गे- मुर्गियों की जांच की गयी है. राज्य के किसी जिले में मुर्गे और मुर्गियों में किसी तरह की बीमारी नहीं देखी गयी है. राज्य का पशुुपालन विभाग इन पर कड़ी नजर रख रहा है. उन्होंने कहा कि किसी मुर्गे-मुर्गियों की अस्वाभाविक की मौत की सूचना नहीं मिली है. उन्होंने कहा कि घबराने की कोई बात नहीं है. स्वास्थ्य सचिव ने दावा किया कि किसी व्यक्ति में संक्रमण का कोई नया मामला सामने नहीं आया है.
चिकन व अंडे खाने पर प्रतिबंध नहीं
स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वरूप निगम ने कहा कि, स्वास्थ्य विभाग पोल्ट्री मांस और अंडे खाने पर कोई प्रतिबंध नहीं लगा रहा है. फिलहाल कोई चेतावनी भी नहीं दी जा रही है, इसलिए लोगों को भयभीत होने की आवश्यकता नहीं.
मुर्गे-मुर्गियों की हुई जांच
पशुधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव विवेक कुमार ने इस संवाददाता सम्मेलन में बताया कि अप्रैल से मई के बीच मुर्गे-मुर्गियों के 1728 नमूनों की जांच की गयी थी. इस दौरान राज्य में कहीं भी एवियन इन्फ्लूएंजा का कोई स्रोत नहीं मिला. उन्होंने बताया कि मालदा जिले में 390 नमूनों की जांच की गयी थी. किसी नमूनों में एवियन इन्फ्लूएंजा नहीं मिले थे. विवेक कुमार ने कहा कि ऐसे में अंडे और मांस खाने पर कोई प्रतिबंध नहीं है. पोल्ट्री चिकन खाने पर भी कोई प्रतिबंध नहीं है. पशु संसाधन विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा : राज्य में बर्ड फ्लू संक्रमण को लेकर कोई डर की बात नहीं है. अभी तक किसी चिकन में बर्ड फ्लू का संक्रमण नहीं मिला है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है