इंदास थाने पर सैकड़ों भाजपाइयों का हल्लाबोल
थाने की पुलिस पर लगाये गंभीर आरोप, तृणमूल के इशारे पर भाजपा वालों को किया जा रहा तंग
बांकुड़ा.
भाजपाइयों को झूठे मामले में कथित तौर पर फंसाये जाने के खिलाफ पार्टी ने इंदास थाने का घेराव किया. भाजपाइयों के घेराव कार्यक्रम का नेतृत्व विष्णुपुर संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी सौमित्र खां ने किया. अन्य भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ सांसद सौमित्र खां ने भी धरना दिया. प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि सत्ताधारी पार्टी की गुंडावाहिनी ने भाजपाइयों पर जगह-जगह हमला किया, ऊपर से शिकायत के बाद पुलिस हमलावरों पर कार्रवाई करने के बजाय उलटे भाजपा कार्यकर्ताओं के ही खिलाफ झूठे मामले थानों में दर्ज करने लगी. ऐसे मामलों को फर्जी बताते हुए भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं ने तृणमूल कांग्रेस व पुलिस के खिलाफ जम कर नारेबाजी की. भाजपा का आरोप है कि तृणमूल के इशारे पर जानबूझ कर भाजपा के कार्यकर्ताओं व समर्थकों पर पुलिस ने मनगढ़ंत मामले दर्ज किये और द्वेषपूर्ण कार्रवाई की. यह सिलसिला आज भी जारी है. इसके खिलाफ बुधवार को भाजपा ने इंदास थाने के खिलाफ घेराव कार्यक्रम किया. सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं व समर्थकों ने थाने के बाहर धरना प्रदर्शन किया. पुलिस पर गंभीर इल्जाम लगाते हुए भाजपा नेताओं ने कहा कि हमारे अनेक कार्यकर्ताओं पर सत्ताधारी पार्टी से जुड़ने का दबाव डाला जा रहा है. ऐसा नहीं करने पर थानों में मामले दर्ज करके कार्रवाई करने की धमकी दी जा रही है. यह धमकी व घुड़की नहीं बंद हुई, तो भाजपा बड़ा आंदोलन करने को बाध्य होगी. इंदास थाने के घेराव व धरना प्रदर्शन का नेतृत्व विष्णुपुर भाजपा संगठन के जिलाध्यक्ष एवं ओंदा के विधायक अमरनाथ शाखा, निवर्तमान सांसद व भाजपा प्रत्याशी सौमित्र खां ने किया. मौके पर सोनामुखी के विधायक दिवाकर घरामी, इंदास के विधायक निर्मल धारा और अन्य जिला नेता व कार्यकर्ता उपस्थित रहे. इससे पहले शहर में हजारों भाजपाई विरोध रैली की शक्ल में इंदास थाने के पास पहुंचे और वहां घेराव किया. थाने के बाहर भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं ने धरना-प्रदर्शन किया. मौके पर सौमित्र खां ने आरोप लगाया कि भाजपाइयों को परेशान करने एवं झूठे मामले में फंसाये जाने के खिलाफ थाने का घेराव किया गया. भाजपा ने इंदास के थाना प्रभारी को हटाने की मांग की. सौमित्र खां ने शिकायत की कि पंचायत चुनाव के समय इस थाना प्रभारी ने मतदाताओं को वोट नहीं करने दिया था. आरोप लगाया कि ओसी तृणमूल के एजेंट की तरह काम कर रहे हैं. इस बाबत निर्वाचन आयोग से पांच बार लिखित शिकायत की गयी है.आयोग से यह भी मांग की गयी है कि इंदास थाने के ओसी को चुनाव में काम पर ना लगाया जाये. इल्जाम है कि रात में इस थाने की पुलिस भाजपाइयों के घर-घर जाकर उन्हें परेशान कर रही है. भाजपा चाहती है कि थानेदार सरकारी मुजाजिम हैं और वही भूमिका निभायें. किसी सियासी पार्टी के इशारे पर धमकाने का काम करके थानेदार अपनी थुक्का-फजीहत करा रहे हैं. सौमित्र खां ने यह भी आरोप लगाया कि इंदास थाने के साथ जयपुर व खंडघोष के थाना प्रभारी बालू तस्करी के रुपये लेकर तृणमूल नेताओं को भेज रहे हैं. वहीं, आरोप को नकारते हुए तृणमूल ने इसे भाजपा का चुनावी स्टंट और सुर्खियों में रहने का ओछा हथकंडा बताया.