संतोष मित्रा स्क्वायर पूजा कमेटी को नोटिस
डीसी सेंट्रल इंदिरा मुखर्जी का कहना है कि स्थानीय थाने की तरफ से समय-समय पर पूजा कमेटी के सदस्यों को इस तरह के नोटिस भेजे जा रहे हैं.
संवाददाता, कोलकाता
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को राज्यभर की सभी दुर्गापूजा कमेटी के सदस्यों के साथ समन्वय बैठक में लोगों की सुरक्षा को लेकर कई दिशानिर्देश दिये. इसे लेकर संतोष मित्रा स्क्वायर पूजा कमेटी के सदस्यों का दावा है कि मुख्यमंत्री के दिशानिर्देश के काफी पहले ही कोलकाता पुलिस की तरफ से उन्हें नोटिस भेजा गया था. 18 जुलाई को भेजे गये इस नोटिस में पूजा कमेटी को स्थानीय पुलिस को अपनी थीम बताने के साथ ही अन्य कई दिशानिर्देश भी दिये गये थे. इनमें पंडाल का गेट बड़ा करना, निकास द्वार के रास्ते में कोई भी स्टॉल नहीं बनाने, पूजा मंडप में किसी भी तरह की लेजर लाइट का इस्तेमाल नहीं करने जैसे दिशानिर्देश शामिल हैं.
पूजा आयोजन कमेटी के सदस्य सजल घोष का आरोप है कि यह नोटिस पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है. उनका आरोप है कि मुख्यमंत्री ने यह दिशानिर्देश 23 जुलाई को समन्वय बैठक में दिया था. इसके कम से कम पांच दिन पहले यानी 18 जुलाई को ही मोचीपाड़ा थाने की पुलिस ने उन्हें वही दिशानिर्देश कैसे भेजा, जबकि अबतक अन्य किसी भी पूजा कमेटी को इस तरह का नोटिस नहीं भेजा गया है. इससे स्पष्ट हो रहा है कि यह राजनीतिक प्रतिशोध का हिस्सा है.
वहीं, इसे लेकर डीसी सेंट्रल इंदिरा मुखर्जी का कहना है कि स्थानीय थाने की तरफ से समय-समय पर पूजा कमेटी के सदस्यों को इस तरह के नोटिस भेजे जा रहे हैं. अगर किसी भी आयोजक को कोई आपत्ति है, तो वह स्थानीय थाने में जाकर इस बारे में बात कर सकता हैं पुलिस पर जो भी आरोप लग रहे हैं, वे सरासर गलत हैं.
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