बांग्लादेश में घटनाक्रम के मद्देनजर, बीएसएफ के महानिदेशक (डीजी) दलजीत सिंह चौधरी ने इस महीने की शुरुआत में ही बांग्लादेश से सटे भारतीय क्षेत्रों का दौरा कर सुरक्षा व्यवस्था और बीएसएफ की सामरिक व परिचालन तैयारियों की समीक्षा की. बांग्लादेश के मौजूदा हालात के कारण वहां से घुसपैठ, तस्करी व अन्य आपराधिक वारदातों की आशंका पहले से ज्यादा बढ़ गयी है. ऐसे में हर तरह की चुनौतियों से निबटने के लिए सतर्कता बढ़ाने और प्रभावी उपाय करने की आवश्यकता पर बल दिया गया है. बीएसएफ के अधिकारियों व जवानों को बांग्लादेश की मौजूदा हालात के मद्देनजर किसी भी स्थिति के लिए सतर्क और तैयार रहने का निर्देश दिया है.
पश्चिम बंगाल से सटे बांग्लादेश सीमा पर सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालनेवाले बीएसएफ के साउथ बंगाल फ्रंटियर और उत्तर बंगाल फ्रंटियर की ओर से भी विभिन्न आशंका के तहत सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की गयी. किसी भी संभावित सुरक्षा संंबंधी खतरे से निबटने के लिए हाइ अलर्ट की स्थिति घोषित की गयी है. सभी स्तरों पर कमांडरों को किसी भी अप्रत्याशित परिस्थिति से निबटने के लिए अत्यधिक सतर्कता और तैयार रहने का निर्देश दिया गया है. जनशक्ति बढ़ाने और त्वरित प्रतिक्रिया टीमों के गठन के साथ सीमा पर 24 घंटे निगरानी रखने के निर्देश दिये गये हैं.चार बीएसएफ सेक्टरों में 18 बटालियन की तैनाती
उत्तर बंगाल फ्रंटियर ने चार बीएसएफ सेक्टरों के तहत कुल 18 बीएसएफ बटालियन की तैनाती की है, जो सभी अब हाइ अलर्ट पर हैं. पूरी सीमा के अलावा सभी लैंड कस्टम स्टेशनों (एलसीएस) पर भी निगरानी बढा दी गयी है. सीमा चैकियों (बीओपी) पर जनशक्ति बढ़ा दी गयी है और सीमा की प्रभावी नजरदारी सुनिश्चित करने के लिए सभी निगरानी उपकरणों का उनकी पूरी क्षमता से उपयोग किया जा रहा है. उप-इकाइयों को उच्च सतर्कता बनाये रखने और किसी भी प्रतिकूल स्थिति से तुरंत निबटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया गया है. वास्तविक समय की जानकारी प्रदान करने के लिए खुफिया अभियानों को बढ़ाया है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि किसी भी उभरते खतरे की तुरंत पहचान की जाये और उसे बेअसर किया जाये.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है