मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए मुख्य सचिव ने की उच्चस्तरीय बैठक
राज्य सरकार ने डेंगू समेत मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए कमर कस ली है. राज्य के मुख्य सचिव बीपी गोपालिका ने बुधवार को मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम की रूपरेखा तैयार करने के लिए मंगलवार को राज्य सचिवालय नबान्न भवन में उच्चस्तरीय बैठक की. बैठक में राज्य के शहरी विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग, कोलकाता नगर निगम, हावड़ा नगर निगम के अधिकारियों के साथ-साथ सभी जिलों के डीएम वर्चुअल माध्यम से उपस्थित रहे.
कोलकाता.
राज्य सरकार ने डेंगू समेत मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए कमर कस ली है. राज्य के मुख्य सचिव बीपी गोपालिका ने बुधवार को मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम की रूपरेखा तैयार करने के लिए मंगलवार को राज्य सचिवालय नबान्न भवन में उच्चस्तरीय बैठक की. बैठक में राज्य के शहरी विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग, कोलकाता नगर निगम, हावड़ा नगर निगम के अधिकारियों के साथ-साथ सभी जिलों के डीएम वर्चुअल माध्यम से उपस्थित रहे. बैठक के दौरान मुख्य सचिव ने संबंधित सभी विभागों को डेंगू समेत मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए समन्वय के साथ काम करने को कहा है. गौरतलब है कि महानगर के अलावा हावड़ा, हुगली, उत्तर और दक्षिण 24 परगना, मालदा और मुर्शिदाबाद इलाके में बारिश की शुरुआत के साथ ही डेंगू के कुछ मामले सामने आने के बाद राज्य सरकार सतर्क हो गयी है. बुधवार को राज्य के मुख्य सचिव बीपी गोपालिका ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ-साथ खासतौर पर शहरी विकास व नगरपालिका मामलों के विभाग और लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के अधिकारियों को सतर्क किया गया है और राज्यभर की नगरपालिकाओं को अपने-अपने क्षेत्र में सफाई अभियान तेज करने का निर्देश दिया है. मुख्य सचिव ने जिले के विभिन्न इलाकों में साफ सफाई, डेंगू रोकथाम के लिए छिड़काव और जागरूकता अभियान तेज करने को कहा है. मुख्य सचिव ने कहा है कि बारिश शुरू होने से पहले अगर राज्य के हर हिस्से में नगरपालिका सतर्क हो जायें और जल-जमाव रोकथाम के साथ ही गंदगी और अन्य रोग फैलने वाले कारणों पर विराम लगायें. मुख्य सचिव ने कहा है कि इन पहलों से निश्चित तौर पर डेंगू के संक्रमण को रोका जा सकता है.उन्होंने कहा है कि निर्माण व मरम्मत कार्य शेष होने के साथ-साथ खोदे गये खड्ढे भर दिये जायें, ताकि गड्ढ़ों में जल जमाव न हो. नगरपालिकाओं व ग्राम पंचायतों को जल निकासी व्यवस्था दुरुस्त करने का भी निर्देश दिया. इसके अलावा जलाशयों में गपी मछलियां छोड़ने को कहा गया है, ताकि मच्छरों का लार्वा उत्पन्न न हो सके. मुख्य सचिव ने ऐसी बीमारियों से निबटने के लिए लोगों में अधिक जागरूकता लाने पर बल दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है