Lok Sabha Election 2024 : पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) में राज्य में छठे चरण में कुल 79 उम्मीदवार मैदान में हैं. इनमें से 21 उम्मीदवारों की संपत्ति एक करोड़ रुपये से अधिक है. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) द्वारा संकलित तथ्यों से इसकी जानकारी मिलती है. इनमें से सात करोड़पति भाजपा में हैं, छह तृणमूल कांग्रेस में और और दो उम्मीदवार माकपा के हैं. चुनाव आयोग में उम्मीदवारों द्वारा जमा किये गये हलफनामे से इसकी जानकारी मिलती है. छठे चरण में तमलुक, कांथी, घाटाल, झाड़ग्राम, मेदिनीपुर, पुरुलिया, बांकुड़ा और विष्णुपुर में आगामी 25 मई को चुनाव होगा. छठे चरण में सर्वाधिक धनवान उम्मीदवार घाटाल से तृणमूल उम्मीदवार, अभिनेता देव (दीपक अधिकारी) हैं. उनके खिलाफ चुनाव भाजपा के हिरण्मय चटर्जी लड़ रहे हैं.
जानें किस उम्मीदवार के पास है कितनी संपत्ति
छठे चरण में धनवानों की सूची में दूसरे नंबर पर तृणमूल के बांकुड़ा से उम्मीदवार अरुप चक्रवर्ती हैं. उनके पास 17 करोड़ रुपये की संपत्ति है. तीसरे नंबर पर कांथी लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस की उम्मीदवार उर्वशी बनर्जी हैं. उनके पास करीब छह करोड़ रुपये की संपत्ति है. छठे चरण में अभिनेत्री जून मिलाया और फैशन डिजाइनर अग्निमित्रा पाल भी हैं. दोनों मेदिनीपुर लोकसभा क्षेत्र से एक दूसरे के आमने सामने हैं. दूसरी तरह विष्णुपुर से बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार 27 वर्षीय सामाजिक कार्यकर्ता जयदेव ढांक भी हैं. उनके पास पांच हजार रुपये नगद तथा कोई अचल संपत्ति नहीं है. वह भाजपा के सौमित्र खां के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं जिनके पास तीन करोड़ रुपये की संपत्ति है.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की टिप्पणी के विरोध में 24 को पदयात्रा करेंगे बंगाल के साधु-संत
सुजाता मंडल के पास 91 लाख रुपये की संपत्ति
इसी लोकसभा क्षेत्र से तृणमूल की सुजाता मंडल के पास 91 लाख रुपये की संपत्ति माकपा के शीतल चंद्र कैवर्त्य के पास 98 लाख रुपये की संपत्ति है. मेदिनीपुर से निर्दलीय उम्मीदवार संजीव दे और पुरुलिया से निर्दलीय उम्मीदवार अजित महतो के पास क्रमश: 13056 रुपये और 15 हजार रुपये की संपत्ति है. संजीव दे ने खुद को कोलकाता नगर निगम के ड्रेनेज पंपिंग स्टेशन का कर्मी बताया है. वहीं अजित महतो ने खुद को दिहाड़ी मजदूर बताया है.
लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए 25 हजार रुपये की जमा करनी होती है सिक्यूरिटी डिपोजिट
एडीआर की राज्य संयोजक उज्जैनी हलीम के मुताबिक कम और अधिक संपत्ति वाले उम्मीदवारों की तुलना से पता चलता है कि लड़ाई के मैदान सभी के लिए एक समान नहीं है. इससे कोई नतीजा फिलहाल नहीं निकाला जा सकता लेकिन एक बार जब नतीजे घोषित हो जायेंगे तब शायद देखा जाये कि अधिक संपत्ति वाले निर्दलीय उम्मीदवारों की संभावना अधिक होगी. उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए 25 हजार रुपये की सिक्यूरिटी डिपोजिट जमा करनी होती है. अगर कुल वैध मतों का 1/6 वोट उम्मीदवार को नहीं मिलता तो वह राशि जब्त हो जाती है.
Calcutta High court : संदेशखाली में स्टिंग वीडियो प्रकरण में राज्य सरकार को लगा दोहरा झटका