नौकरियां रद्द करने का आदेश अवैध, इसे चुनौती देंगे: ममता
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 2016 की शिक्षक भर्ती परीक्षा के माध्यम से की गयीं सभी नियुक्तियों को रद्द
By Prabhat Khabar News Desk |
April 23, 2024 1:48 AM
मुख्यमंत्री ने कहा-बीजेपी विचारालय बन गयी हैं अदालतें
हाइकोर्ट के आदेश पर मुख्यमंत्री ने उठाये सवाल
कोलकाता. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 2016 की शिक्षक भर्ती परीक्षा के माध्यम से की गयीं सभी नियुक्तियों को रद्द करने के कलकत्ता हाइकोर्ट के आदेश को सोमवार को ‘अवैध’ करार दिया और कहा कि उनकी सरकार फैसले को चुनौती देगी. सुश्री बनर्जी ने उत्तर बंगाल के रायगंज में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए भाजपा के नेताओं पर कुछ न्यायिक निर्णयों को प्रभावित करने का भी आरोप लगाया.
उन्होंने कहा कि सभी नियुक्तियों को रद्द करने का अदालत का फैसला अवैध है. हम उन लोगों के साथ खड़े हैं जिनकी नौकरियां चली गयी हैं. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि आपको न्याय मिले और आदेश को ऊपरी अदालत में चुनौती देंगे. बाद में करणदिघी में एक अन्य रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी फैसलों को स्वीकार करना अनिवार्य नहीं है. हम आदेश को उच्चतम न्यायालय में चुनौती देंगे. यह आदेश चुनाव के बीच भाजपा के निर्देशों के अनुसार पारित किया गया है. भाजपा पर न्यायिक प्रणाली में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि इसने अदालतों को अपने विस्तारित पार्टी कार्यालयों में बदल दिया है. यदि भाजपा कोई जनहित याचिका दायर करती है तो त्वरित कार्रवाई की जाती है और लोगों को जेल भेज दिया जाता है. जब अन्य लोग याचिका दायर करते हैं तो कोई कार्रवाई नहीं की जाती.
कलकत्ता हाइकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश अभिजीत गंगोपाध्याय के इस्तीफा देने के बाद भाजपा में शामिल होने के स्पष्ट संदर्भ में ममता बनर्जी ने कहा कि संबंध साफ है और सभी को दिखाई दे रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा से जुड़े लोगों को महत्वपूर्ण पद दिये जा रहे हैं और भाजपा अपने पार्टी कार्यालयों से जो भी सुझाव भेजती है उसे निर्णय के रूप में पारित किया जा रहा है. सुश्री बनर्जी ने कहा कि वह लोगों के अधिकारों के लिए लड़ना जारी रखेंगी. उन्होंने कहा: मैं अपने खिलाफ कानूनी कार्रवाई को लेकर चिंतित नहीं हूं. अगर वे मुझे दंडित करना चाहते हैं, मानहानि का मामला दर्ज करना चाहते हैं या मुझे जेल भेजना चाहते हैं, तो मैं तैयार हूं. लेकिन, लोगों के अधिकारों के लिए लड़ते हुए मैं अपना सिर नहीं झुकाऊंगी.
सुश्री बनर्जी ने कहा कि शिक्षकों को चिंता नहीं करनी चाहिए. मैं हर सुख-दुख में आपके साथ हूं. हमारी सरकार के पास 10 लाख नौकरियां और तैयार हैं.