रवींद्र-नजरुल पर केंद्रित संगीत संध्या आयोजित
शहर के रवीन्द्र संगीत व नजरुल गीति प्रेमियों के लिए ए-जोन स्थित सभागार में संगीत संध्या का आयोजन किया गया. इसमें कई संस्थाओं के कलाकारों ने अपनी कला का जादू जगाया. कलाकारों ने गीत, संगीत व नृत्य की जानदार प्रस्तुति की.
दुर्गापुर.
शहर के रवीन्द्र संगीत व नजरुल गीति प्रेमियों के लिए ए-जोन स्थित सभागार में संगीत संध्या का आयोजन किया गया. इसमें कई संस्थाओं के कलाकारों ने अपनी कला का जादू जगाया. कलाकारों ने गीत, संगीत व नृत्य की जानदार प्रस्तुति की. कार्यक्रम में कलाकार पंकज श्रीवास्तव, सप्तमी कर्मकार व बाल कलाकार सायन घोष, त्रिधा देबनाथ, अनुश्रिता मित्रा, अनुप्रीता मित्रा ने अपनी संगीतमय प्रस्तुति से आगंतुकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. कार्यक्रम का संचालन कवयित्री व गीतकार अंतरा सिंहराय ने किया. कार्यक्रम का उद्घाटन संगीत कलाकार सोनाली काजी ने दीप जला कर किया. संगीत संध्या के मंच पर हर कलाकार को स्मृतिचिह्न देकर सम्मानित किया गया. संस्था के तरुण साहा ने कहा कि गुरुदेव रवींद्रनाथ ठाकुर और विद्रोही कवि काजी नजरुल इस्लाम का गीत-संगीत में योगदान अविस्मरणीय है. उनकी संगीतमय धरोहर को सहेजना हमलोगों का कर्तव्य है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है