कोलकाता. भारत और अमेरिका एक-दूसरे के महत्वपूर्ण सहयोगी हैं. भारत के साथ हमारे संबंधों का काफी महत्व है. हमारे सहयोग और संबंधों की गहनता के केंद्र में व्यक्ति से व्यक्ति के संपर्कों में मजबूती लाने की भावना निहित है. हम उस दिशा में लगातार काम कर रहे हैं. नवीकरणीय ऊर्जा, स्वास्थ्य, अंतरिक्ष और तकनीक जैसे उभरते क्षेत्रों में हमारे बीच सहयोग व संबंधों के बढ़े हुए महत्व को हम समझते हैं. इसके लिए जरूरी है कि वीजा प्रदान करने की हमारी प्रक्रिया भी सहज-सरल, पारदर्शी व प्रभावी हो. ये बातें कोलकाता में अमेरिका की महावाणिज्य दूत मेलिंडा पावेक ने कहीं. वह रविवार को यहां नये वीजा एप्लीकेशन सेंटर के उद्घाटन के अवसर पर बोल रही थीं. दरअसल, कोलकाता में अमेरिकी वीजा एप्लीकेशन सेंटर की जगह बदल गयी है. पहले से जैस्मिन टावर में स्थित यह सुविधा अब तालतला इलाके में 57-बी, मिर्जा गालिब स्ट्रीट स्थित पताका हाउस में स्थानांतरित हो गयी है. वहीं आयोजित उद्घाटन समारोह में बोलते हुए श्रीमती पावेक ने कहा कि वीजा संबंधी सुविधाएं बढ़ने से दोनों देशों में परस्पर सहयोग और संबंधों को नयी ताकत मिलेगी. इससे भारतीय और अमेरिकी नागरिकों को एक-दूसरे के देश में तरक्की के नये रास्ते और नयी पार्टनरशिप की गुंजाइश तलाशने में सहूलियत होगी. श्रीमती पावेक के मुताबिक, इस वर्ष 18 लाख से भी अधिक भारतीयों के अमेरिका यात्रा पर जाने की संभावना है. बताया गया है कि नयी जगह पर स्थानांतरित वीजा एप्लीकेशन सेंटर में आवेदकों को अब कई प्रकार की नयी सुविधाएं उपलब्ध कराना संभव हो सकेगा. ऊपरोक्त समारोह में श्रीमती पावेक के साथ उपस्थित अमेरिकी मिशन के लिए भारत में वीजा कोऑर्डिनेटर की भूमिका निभा रहे जेफरी माइल्स ने अमेरिकी यात्रा में भारतीय नागरिकों की बढ़ती दिलचस्पी की चर्चा की. दरअसल, वह वीजा के लिए इंतजार के समय में कमी लाने की दिशा में अपने सहयोगी अधिकारियों के कामकाज की तारीफ भी कर रहे थे. उन्होंने पिछले वर्ष की अमेरिकी मिशन की कई उपलब्धियों की भी जानकारी दी. इसी क्रम में श्री माइल्स ने कहा कि पिछले वर्ष यानी 2023 में भारत में अमेरिकी दूतावास व महावाणिज्य दूतावासों ने काफी प्रभावी तरीके से काम करते हुए 14 लाख वीजा जारी किया था.
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