West Bengal : उच्च माध्यमिक में इस बार सेमेस्टर प्रणाली (semester system) शुरू की जा रही है. उच्च माध्यमिक के प्रत्येक सेमेस्टर में पास-फेल प्रणाली रहेगी. उच्च माध्यमिक शिक्षा पर्षद ने नये सिरे से यह सूचना जारी की है. उच्च माध्यमिक स्तर पर कुल चार सेमेस्टर होंगे. वहीं प्रत्येक सेमेस्टर में चार-चार बार पास-फेल का सिस्टम रहेगा. प्रारंभ में उच्च माध्यमिक शिक्षा परिषद ने प्रत्येक सेमेस्टर में पास-फेल का मुद्दा नहीं रखा. बाद में ये फैसला लिया गया है. छात्र को ग्यारहवीं और बारहवीं के प्रत्येक सेमेस्टर में उत्तीर्ण होना होगा, तभी अगले सेमेस्टर में जा सकेंगे. ऐसा निर्णय उच्च माध्यमिक शिक्षा परिषद ने लिया है. यानी हर सेमेस्टर में पास-फेल होगा.
विद्यार्थियों को हर सेमेस्टर में करना होगा पास
संबंधित छात्र तब तक ‘पास’ नहीं होगा, जब तक वह प्रत्येक सेमेस्टर के प्रत्येक विषय में पास करने का न्यूनतम अंक प्राप्त नहीं कर लेता. वह अगले सेमेस्टर तक नहीं पहुंच सकेगा. हालांकि काउंसिल ने यह निर्दिष्ट नहीं किया है कि छात्र को पास करने के लिए कितना न्यूनतम अंक प्राप्त करना होगा. उच्च माध्यमिक शिक्षा पर्षद की सचिव प्रियदर्शनी मल्लिक ने कहा कि सेमेस्टर प्रक्रिया शुरू होने पर भी काउंसिल यह सुनिश्चित करने पर जोर दे रही है कि मूल्यांकन की गुणवत्ता में गिरावट न हो. पश्चिम बंगाल बोर्ड ऑफ हायर सेकेंडरी एजुकेशन ने स्कूल स्तर पर प्रथम सेमेस्टर प्रक्रिया शुरू की है. छात्रों को प्रत्येक सेमेस्टर में न्यूनतम अंक प्राप्त करने होंगे, तभी वे अगले सेमेस्टर में जा सकेंगे. विद्यार्थियों को हर सेमेस्टर में पास करना होगा.
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शैक्षणिक वर्ष 2024-25 में उच्च माध्यमिक स्तर की सेमेस्टर प्रणाली की जा रही है शुरू
शैक्षणिक वर्ष 2024-25 में उच्च माध्यमिक स्तर की सेमेस्टर प्रणाली शुरू की जा रही है. यानी जिन छात्रों ने इस बार माध्यमिक परीक्षा दी है, वे उच्च माध्यमिक स्तर के सेमेस्टर सिस्टम के पहले बैच के उम्मीदवार होंगे. और सेमेस्टर प्रणाली में पहली उच्च माध्यमिक परीक्षा 2026 में होगी. प्रारंभ में काउंसिल ने निर्णय लिया था कि ग्यारहवीं और बारहवीं कक्षा के प्रत्येक चार सेमेस्टर में उत्तीर्ण होने का कोई नियम नहीं होगा. यानी काउंसिल ने तय किया कि पास-फेल का मुद्दा समग्र रूप से तय किया जायेगा. उस मुद्दे पर कई शिक्षक संगठनों ने आपत्ति जतायी थी. ऐसे में काउंसिल सूत्रों के मुताबिक पूरे मामले को देखते हुए 11वीं और 12वीं कक्षा के हर सेमेस्टर में पास-फेल नियम लागू किया जा रहा है. इस प्रक्रिया में प्रथम सेमेस्टर नवंबर में दूसरा सेमेस्टर मार्च में और तीसरा सेमेस्टर नवंबर में फिर चौथा सेमेस्टर अगले मार्च में होगा.
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