पांच बार के सांसद रहे चौधरी का इस बार नहीं चला जादू
संवाददाता, कोलकाता
अधीर रंजन चौधरी लोकसभा में कांग्रेस के नेता थे. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं. वह राज्य की बहरमपुर सीट से लगातार पांच बार सांसद चुने गये. इस बार भी अधीरे ने जीत का दावा पेश किया था, लेकिन उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा. बता दें कि ममता बनर्जी के साथ उनके रिश्ते बंगाल की राजनीति में काफी तल्ख रहे हैं. अधीर चौधरी को हराने के लिए ममता बनर्जी ने क्रिकेटर युसूफ पठान को उनके खिलाफ उतारा था.
उन्होंने माकपा के साथ गठबंधन कर यहां चुनाव लड़ा था. चुनाव प्रचार के दौरान तृणमूल कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना भी करना पड़ा था. कई बार उन्होंने यह भी कहा कि यदि वह इस सीट से चुनाव हार जाते हैं, तो राजनीति छोड़ देंगे. बहरमपुर के रॉबिनहुड कहे जानेवाले अधीर रंजन चौधरी का जादू 2024 में खत्म हो गया. बंगाल में कांग्रेस के लिए यह सीट तय मानी जा रही थी. पिछली बार राज्य में कांग्रेस ने दो सीटें जीती थीं. 1999 में हुए चुनाव में अधीर चौधरी ने पहली बार इस सीट से जीत दर्ज की थी. उन्हें 46.86 फीसदी वोट मिला था. 2004 में वह अपनी मार्जिन बढ़ाते हुए जीत दर्ज की थी. उन्हें 51.50 फीसदी वोट मिला. 2009 में उनकी जीत का मार्जिन और बढ़ गया. उन्होंने 56.91 फीसदी वोट हासिल किया. 2014 में उनका मार्जिन कुछ घटा. उन्हें 50.54 फीसदी वोट मिला. वर्ष 2019 में 45.47 फीसदी वोट मिला था. पिछली बार मार्जिन कम होने के बाद भी वह अपनी जीत को लेकर आश्वस्त थे. लेकिन यहां के नतीजे ने सबको चौंका दिया. यह चौधरी के राजनीतिक करियर के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है. अधीर चौधरी ने अपनी पराजय स्वीकार कर ली. वहीं, जीत के बाद युसूफ पठान ने कहा कि वह इस क्षेत्र में खेल अकादमी का गठन करेंगे, ताकि यहां के बच्चों को खेलकूद में आगे बढ़ने का मौका मिले. इलाके के विकास के लिए वह काम करेंगे. उन्होंने जीत के लिए जनता का आभार व्यक्त किया.
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