पश्चिम बंगाल : गानों से बंगाल की महिलाएं मलिन हुई तो संदेशखाली में कैसे बचीं, बताएं बाबुल
पश्चिम बंगाल : गौरतलब है कि दो मार्च को भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की. जिसमें आसनसोल सीट से भोजपुरी स्टार पवन सिंह का नाम शामिल है. इस घोषणा के तुरंत बाद श्री सिंह ने अपने एक्स हैंडल पर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को आसनसोल से टिकट देने के लिए धन्यवाद दिया.
आसनसोल, शिवशंकर ठाकुर : प्रभात खबर के साथ बातचीत के भोजपुरी फिल्मों में पावर स्टार के रूप में चर्चित नायक व गायक पवन सिंह (Pawan Singh) का दर्द छलक गया. उन्होंने बाबुल सुप्रियो के ट्वीट का जवाब देते हुए कहा कि किसान के घर पैदा हुआ हूं, जमीन से बहुत प्यार है, हमेशा जमीन पर रहता हूं और आजीवन जमीन पर ही रहूंगा. मैं तो धरतीपुत्र हूं, लेकिन एकबात जरूर है कि मैं पवन में विचरण करनेवाले पवनसुत हनुमान जी का परम भक्त हूं. जब मेरे इष्ट पवन में विचरण करते हैं तो भला मैं पवन में उड़ने की कैसे सोंच सकता हूं. बंगाल मेरी जन्मभूमि और मेरे पिता की कर्मभूमि है, बंगाल का नमक हमारे परिवार के खून में है, हम बंगाल और यहां के लोगों का असम्मान करने की बात सोंच भी नहीं सकते हैं.
बंगाल की माता बहनों के प्रति भरपूर सम्मान
बंगाल की माता बहनों के प्रति भरपूर सम्मान है. राज्य के मंत्री बाबुल सुप्रियो ने चार फिल्मी पोस्टरों को मेरे साथ जोड़कर अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट करके बंगाल की महिलाओं के अस्मिता पर सवाल खड़ा किया है. मंत्री श्री सुप्रियो और तृणमूल को खुली चुनौती है कि चार पोस्टरों में से किसी एक पोस्टर की सत्यता को भी वे साबित कर देंगे तो राजनीति और गायकी दोनों से ही सन्यास ले लूंगा. जिस महिला अस्मिता की बात बाबुल सुप्रियो कर रहे हैं वे संदेशखाली के मुद्दे पर चुप्पी क्यों साधे हैं? इसपर भी उन्हें जवाब देना चाहिए कि गानों से यदि बंगाल की महिलाएं मलिन हुई तो संदेशखाली में कैसे बचीं?WB News : जलपाईगुड़ी में आए तूफान में मृतकों की संख्या बढ़कर हुई 5, देर रात ममता बनर्जी ने पीड़ितों से की मुलाकात
दो मार्च को भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी
गौरतलब है कि दो मार्च को भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की. जिसमें आसनसोल सीट से भोजपुरी स्टार पवन सिंह का नाम शामिल है. इस घोषणा के तुरंत बाद श्री सिंह ने अपने एक्स हैंडल पर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को आसनसोल से टिकट देने के लिए धन्यवाद दिया. 18 घंटे के अंदर दूसरे दिन ही श्री सिंह ने अपने एक्स हैंडल पर आसनसोल सीट से चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा कर दी. इस बीच पवन सिंह के नाम की घोषणा होने के कुछ देर बाद ही मंत्री श्री सुप्रियो ने अपने एक्स हैंडल पर श्री सिंह के फोटोवाले चार पोस्टर शेयर करते हुए लिखा कि यदि ये पोस्टर सच है तो स्पष्ट रूप से दिखता है कि भाजपा के मन में बंगाल और विशेषकर बंगाल की महिलाओं के प्रति कितना सम्मान है. निश्चित रूप से माननीय पीएम सर उनके लिए प्रचार करने पोलो ग्राउंड आएंगे.
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बाबुल सुप्रियो के ट्वीट से आहत होकर आसनसोल सीट से चुनाव नहीं लड़ने का लिया निर्णय
आसनसोल सीट से पवन सिंह ने चुनाव नहीं लड़ने के कारण को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं चल रही थी. आखिरकार पवन सिंह ने प्रभात खबर के साथ बातचीत में इसका खुलासा करते हुए कहा कि आसनसोल सीट से टिकट मिलने पर वे काफी उत्साहित थे. बंगाल उनकी जन्मभूमि है और यहां से सांसद बनकर लोगों के लिए कुछ करने का बेहतर अवसर है. इसी बीच बाबुल सुप्रियो के ट्वीट से वे काफी आहत हो गये. एक कलाकार होकर श्री सुप्रियो ने इसतरह कैसे उन्हें बदनाम कर दिया? राजनीति में एक कलाकार इतनी गिरी हुई हरकत कैसे कर सकता है? इससे दुःखी होकर ही आसनसोल सीट से चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा कर दी.
मंत्री श्री सुप्रियो को यह कहते सुना कि पवन सिंह को बंगाल में नहीं घुसने देंगे
कुछ दिन पहले मंत्री श्री सुप्रियो को यह कहते सुना कि पवन सिंह को बंगाल में नहीं घुसने देंगे. इसके बाद मैंने उनके ट्वीट के जवाब देते हुए चुनौती दी कि चार पोस्टरों में से एक भी पोस्टर की सत्यता को साबित करने पर राजनीति और गायकी दोनों से सन्यास ले लूंगा. मंत्री श्री सुप्रियो को इसबात बात का डर सताने लगा कि पवन सिंह आसनसोल सीट से भारी मतों से जीतेगा. ऐसे में भाजपा की टिकट पर आसनसोल सीट से एकमात्र उनके जीत की उपलब्धि कम हो जाएगी. इसलिए नाम घोषणा होते ही वे बदनाम करने में जुट गये. अब आगे पार्टी का जो भी निर्देश होगा उसपर अमल करूंगा.
खिदिरपुर में जन्मा, पिता काम करते थे डॉक पर, बंगाल का नमक है खून में
श्री सिंह ने बताया कि बंगाल का नमक हमारे परिवार के खून में है. खिदिरपुर डॉक पर पिता कार्य करते थे. यहीं उनका जन्म हुआ. गायकी में रुचि थी. चाचा अरिजीत सिंह अच्छे गायक थे. छह साल की उम्र में ही उनके पास बिहार अपने गांव आरा जिला के जोकारी में चला गया. पिता खिदिरपुर डॉक पर ही काम करते थे. उनके रोजगार के पैसे से ही घर चलता था. इसलिए बंगाल के प्रति कुछ खास लगाव रहा है. बंगाल की महिलाओं के अस्मिता पर ठेस पहुंचाने की बात जिस तरह मंत्री श्री सुप्रियो ने की, वह काफी दुःखद रहा.
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पवन सिंह और बाबुल सुप्रियो के बीच एक्स पर चल रहा है वार
पवन सिंह और बाबुल सुप्रियो दोनों दिग्गज कलाकारो के बीच पर पिछले कुछ दिनों से एक्स पर जमकर वार चल रहा है. दो मार्च 2024 को अपने एक्स हैंडल पर पवन सिंह को उम्मीदवार बनने पर बधाई देते हुए श्री सुप्रियो ने चार पोस्टरों के साथ जो मैसेज पोस्ट किया था, जिसमें बंगाल और यहां के महिलाओं के प्रति भाजपा का सम्मान पर सवाल खड़ा किया था. उसका जवाब 27 दिनों बाद पवन सिंह ने दिया. उन्होंने लिखा कि मंत्री श्री सुप्रियो ने चार गाने का जो पोस्टर पोस्ट किया है, यदि ये चारों गाने के पोस्टर को सही साबित कर देते हैं तो मैं रणनीति और संगीत दोनों से सन्यास ले लूंगा.
40 करोड़ भोजपुरी भाषी और कलाकारों को प्रेम करनेवालों के मान सम्मान को पहुंचा ठेस
आपने सिर्फ पवन सिंह का दिल नहीं दुखाया बल्कि 40 करोड़ भोजपुरी भाषी और कलाकारों को प्रेम करनेवालों के मान सम्मान को ठेस पहुंचाया है. इस पोस्ट के 24 घंटे के अंदर ही श्री सिंह ने दूसरा पोस्ट किया जिसमें उन्होंने वर्ष 2019 में बाबुल सुप्रियो के लिए आसनसोल में प्रचार करने के दौरान का एक वीडियो पोस्ट किया और लिखा कि 2019 में बाबुल सुप्रियो के प्रचार में जब आया था, खूब मान सम्मान मिला. आखिर 2024 में ऐसी क्या मजबूरी हो गयी कि मुझे बदनाम करने के लिए फर्जी चित्रों का सहारा लेना पड़ा. आपने संगीत को धोखा देने का कार्य किया है.
पूर्ण रूप से तृणमूल नेता बन गये हैं दुर्भाग्य
दो दिनों से श्री सिंह द्वारा मंत्री श्री सुप्रियो को टैग करके भेजे गये मैसेज में जवाब में श्री सुप्रियो ने लिखा कि पवन भाई इतने दिन क्या कर रहे थे? विरोध करना था तो तुरंत करना चाहिए था. गजब है पवन भाई धरती पर रहो, पवन में मत उड़ो. @पवनसिंह 909 जिनके अपमानजनक गाने और वीडियो ने बंगाली महिलाओं की गरिमा को बहुत ही गंदे तरीके से निशाना बनाया, जिससे पूरे बंगाल से आसनसोल में उनकी उम्मीदवारी का विरोध हुआ. एक बात जरूर कहूंगा, कला का उद्देश्य किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं है और यह बंगाल को, खास तौर पर बंगाल की महिलाओं को ठेस पहुंचाती है तो हमें विरोध करना चाहिए और मुझे इसबात की खुशी है कि हमने ऐसा किया और वे भाग गये. श्री सुप्रियो के इस ट्वीट पर श्री सिंह ने पुनः उन्हें चुनौती दी.
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