बीरभूम.
राज्य के अन्य हिस्सों की तरह बीरभूम जिले में भी बच्चों के रहस्यमय ढंग से गायब होने के बाद कानून अपने हाथ में लेने के मामले बढ़े हैं. कई इलाकों में बच्चा चोर होने के संदेह में जिसे स्थानीय लोगों ने बुरी तरह पीटा, वो बाद में बेकसूर निकला. बच्चा चोरी व अपहरण की घटनाओं को लेकर पुलिस समय-समय पर जागरूकता अभियान चला कर लोगों को किसी भी अफवाह से बचने और कानून अपने हाथ में नहीं लेने की नसीहत देती रहती है. फिर भी देखा जा रहा है कि जहां-तहां लोग संदिग्ध चोर को देखते ही आपे से बाहर हो जाते हैं और संदिग्ध की बुरी तरह पिटाई कर देते हैं. कई बार तो सामूहिक पिटाई से अधमरे हो चुके शख्स को पुलिस के हवाले किया जाता है. जिले के रामपुरहाट थाना क्षेत्र के कस्थगढ़ा गांव में एक बालक के अपहरण के संदेह में ग्रामीणों ने एक महिला को पकड़ कर बुरी तरह पीट दिया. इससे पहले उस गांव में चार महिलाओं व एक पुरुष को घूमते हुए देखा गया. ये लोग गांव के अलग-अलग मोहल्लों में यूं ही घूम रहे थे. ग्रामीणों ने शिकायत की कि आखिर शाम होते ही कास्थगढ़ा गांव के डोलतला चौराहे पर एक घर के पीछे से बाहरी लोगों को भागते हुए देखा गया. वहां मौजूद कुछ अन्य ग्रामीणों को शक हुआ, तो संदिग्ध लोगों का पीछा किया गया. पर तीन भागने में सफल रहे लेकिन इसी बीच गांव में एक महिला के पकड़े जाने की अफवाह फैल गयी और लोगों की भीड़ ने जुट कर उस महिला की पिटाई कर दी. कहा गया कि वह बच्चा चोर है. अंतत: रामपुरहाट थाने की पुलिस को सूचना दी गयी. एक पुलिस अपने वैन के साथ मौके पर पहुंची और महिला को ग्रामीणों के हाथों से बचा कर रामपुरहाट थाने ले गयी. रामपुरहाट थाने की पुलिस घटना की जांच में लग गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है